छपरा सीट पर छोटी कुमारी और खेसारी लाल के बीच चल रही कांटे की टक्कर
बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सुबह से ही वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। छपरा सीट पर राजद प्रत्याशी और भोजपुरी सिंगर खेसारी लाल यादव और एनडीए की छोटी कुमारी के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। दोनों के बीच कम वोटों का फासला देखा जा रहा है

एनडीए की छोटी कुमारी और राजद के खेसारी लाल यादव के बीच टक्कर, छपरा सीट पर कड़ा मुकाबला
नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के लिए सुबह से ही वोटों की गिनती शुरू हो चुकी है। छपरा सीट पर राजद प्रत्याशी और भोजपुरी सिंगर खेसारी लाल यादव और एनडीए की छोटी कुमारी के बीच कड़ा मुकाबला देखा जा रहा है। दोनों के बीच कम वोटों का फासला देखा जा रहा है।
भोजपुरी सुपरस्टार खेसारी लाल यादव आरजेडी के टिकट पर मैदान में हैं और एनडीए की छोटी कुमारी को जबरदस्त टक्कर दे रहे हैं। छोटी कुमारी फिलहाल तीन हजार से अधिक वोटों से पहले नंबर पर चल रही हैं, जबकि खेसारी दूसरे नंबर पर हैं।
इससे पहले खेसारी आगे चल रहे थे, लेकिन अब वे पीछे हो गए हैं। जन सुराज पार्टी के जय प्रकाश सिंह तीसरे नंबर पर हैं। हालांकि, असली मुकाबला खेसारी और छोटी कुमारी के ही बीच है।
बिहार विधानसभा चुनावों में खेसारी लाल यादव ने एनडीए के स्टार प्रचारकों और सरकार की नीतियों पर जमकर हमला बोला था। उन्होंने कई बार इस बात पर जोर दिया कि एनडीए सरकार के बीस साल के राज में बिहार में किसी तरह का कोई विकास नहीं हुआ जिससे वहां के युवा बाहर जाकर कमाने के लिए मजबूर हैं।
पहले छपरा सीट से खेसारी लाल यादव की पत्नी चंदा देवी को उतारा गया था, लेकिन एक दिन बाद ही खेसारी को चुनाव मैदान में उतार दिया गया। खेसारी ने पूरे दमखम और सोशल मीडिया के जरिए जनता तक अपनी बात पहुंचाने की कोशिश की। उनके गानों और फिल्मों की वजह से बिहार में उनकी लोकप्रियता काफी ज्यादा है। खेसारी पहली बार चुनाव मैदान में उतरे हैं और पहली ही बार में बड़ी पार्टी की प्रत्याशी को टक्कर दे रहे हैं।
बता दें कि छपरा सीट से निर्दलीय उम्मीदवार को मिलाकर 10 प्रत्याशी अपनी किस्मत आजमा रहे हैं।
छपरा सीट भाजपा के लिए बहुत खास है क्योंकि इस सीट पर ज्यादातर भाजपा का ही दबदबा रहा है। साल 2010, 2015 और 2020 में भाजपा ने ही छपरा पर राज किया है, लेकिन इस बार भाजपा ने छोटी कुमारी को मैदान में उतारा है, जो विधानसभा चुनावों के लिए नया चेहरा हैं। वे जिला परिषद की अध्यक्ष रह चुकी हैं।


