बिहार: राजद के निशान पर चुनाव लड़ेंगे शरद यादव
शरद यादव न केवल इस लोकसभा चुनाव में राजद के चुनाव चिह्न् पर चुनावी मैदान में उतरेंगे, बल्कि चुनाव के बाद उनकी पार्टी लोजद का विलय भी राजद में हो जाएगा

पटना। बिहार में विपक्ष के महागठबंधन में सीट बंटवारे के साथ ही यह भी तय हो गया कि कद्दावर नेता शरद यादव न केवल इस लोकसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के चुनाव चिह्न् पर चुनावी मैदान में उतरेंगे, बल्कि चुनाव के बाद उनकी पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) का विलय भी राष्ट्रीय जनता दल (राजद) में हो जाएगा। राजद के प्रवक्ता और सांसद मनोज झा ने यहां शुक्रवार को एक प्रेसवार्ता में कहा कि लोजद प्रमुख शरद यादव ने इसके लिए हामी भर दी है।
उन्होंने कहा, "शरद यादव राजद के निशान पर चुनाव लड़ेंगे। चुनाव के बाद उनकी पार्टी का राजद में विलय हो जाएगा।"
सूत्रों का कहना है कि जनता दल (युनाइटेड) के पूर्व अध्यक्ष शरद यादव मधेपुरा से राजद के चुनाव चिह्न् पर चुनाव लड़ेंगे।
वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव में भी शरद मधेपुरा से बतौर जद (यू) उम्मीदवार चुनाव लड़े थे, लेकिन जीत नहीं पाए। उस समय वह जद (यू) अध्यक्ष भी थे।
बाद में नीतीश कुमार जद (यू) अध्यक्ष बने। जद (यू) ने शरद को राज्यसभा भेज दिया। वर्ष 2015 में हुए विधानसभा चुनाव में महागठबंधन को बहुमत मिला था।
लेकिन वर्ष 2017 में जद (यू) ने महागठबंधन से अलग होकर भाजपा के साथ मिलकर सरकार बना ली। इसे 'जनादेश का अपमान' बताते हुए शरद जद (यू) से अलग हो गए और अपनी नई पार्टी लोकतांत्रिक जनता दल (लोजद) बना ली।


