बिहार : राजग से 'नाराजगी' सहनी को पड़ा भारी, वीआईपी के विधायक नाखुश
बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाराजगी अब विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी के लिए ही भारी पड़ गई

पटना। बिहार में सत्तारूढ़ राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) से नाराजगी अब विकासशील इंसान पार्टी (वीआईपी) के अध्यक्ष मुकेश सहनी के लिए ही भारी पड़ गई। उनके राजग विधायकों की बैठक में नहीं जाने के 'फरमान' पर अब उनके ही विधायकों ने सवाल उठा दिए। वीआईपी के विधायक राजू कुमार सिंह के बाद वीआईपी के विधायक मिश्री लाल यादव ने भी प्रमुख मुकेश सहनी के बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र को लेकर राजग के विधायकों की बैठक के वहिष्कार के निर्णय को हड़बड़ी में उठाया गया कदम बताया।
उन्होंने मंगलवार को कहा कि अगर पार्टी के प्रमुख सहनी को राजग से नाराजगी है, तो उनसे पूछा जाना चाहिए था। यादव ने कहा कि अगर कोई समस्या है तो पार्टी के विधायकों के साथ चर्चा होनी चाहिए थी, उसके बाद कोई निर्णय किया जाना चाहिए।
इससे पहले सहनी के राजग के विधायकों की बैठक में नहीं जाने के निर्णय को विधायक राजू कुमार सिंह ने उनका व्यक्तिगत निर्णय बताया। उन्होंने कहा कि दोनों चीजें साथ नहीं होतीं। सरकार में भी रहेंगे और बोलेंगे भी, यह नहीं हो सकता।
उन्होंने कहा कि इसके लिए उन्होंने किसी अन्य विधायकों से राय तक नहीं ली थी। उन्होंने यहां तक कह दिया कि "सहनी अगर खुद को राजग में उपेक्षित महसूस कर रहे हैं तो मैं भी खुद को विकासशील इंसान पार्टी में उपेक्षित महसूस कर रहा हूं।"
उल्लेखनीय है कि बिहार विधानमंडल के मानसून सत्र को लेकर सोमवार को राजग के विधायकों की बैठक बुलाई गई थी, जिसका वीआईपी ने वहिष्कार कर दिया था। इस बैठक में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, उपमुख्यमंत्री तारकिशोर प्रसाद के अलावा राजग के करीब सभी विधायक उपस्थित थे।
बैठक में शामिल नहीं होने को लेकर पत्रकारों ने जब बिहार के मंत्री मुकेश सहनी से सवाल किया तो उन्होंने कहा, "हमारे विधायकों की बात राजग की बैठक में नहीं सुनी जाती है। ऐसे में राजग की बैठक में जाने का क्या मतलब है।"
इसके बाद सहनी ने सोमवार की शाम राजग के प्रमुख घटक दल हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के प्रमुख जीतन राम मांझी के आवास पहुंचकर मुलाकात भी की थी। कहा जा रहा है कि सहनी की पार्टी उत्तर प्रदेश में फूलन देवी की मूर्तियां लगानी चाहती थी, लेकिन सरकार ने इसकी मंजूरी नहीं दी, जिसे लेकर सहनी नाराज हैं। बिहार में वीआईपी के 4 विधायक हैं।


