भागवत पहले भाजपा के प्रदेश नेताओं को प्रशिक्षित करें: सदानंद
भागवत को बिहार के समग्र ग्रामीण विकास के लिए बैठक के बजाय सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश नेताओं को प्रशिक्षित करना चाहिए तभी जनता की आकांक्षायें पूरी हो सकती है।

भागलपुर। बिहार विधानसभा सभा के पूर्व अध्यक्ष और कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह ने आज कहा कि राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) प्रमुख मोहन भागवत को बिहार के समग्र ग्रामीण विकास के लिए बैठक के बजाय सबसे पहले भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रदेश नेताओं को प्रशिक्षित करना चाहिए तभी जनता की आकांक्षायें पूरी हो सकती है।
सिंह ने यहां यूनीवार्ता से बातचीत में कहा कि भागवत के बिहार दौरे का स्वागत है। ग्रामीण विकास पर बैठक से पहले उन्हें भाजपा के प्रदेश नेताओं को सलाह देनी चाहिए कि वे व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप की राजनीति करना छोड़कर जनता की हितों की राजनीति करें। उन्होंने कहा कि स्वस्थ राजनीति में व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप का कोई महत्व नहीं होता।
कांगेस नेता ने कहा कि जनता बड़ी आशा और विश्वास से अपना जनप्रतिनिधि चुनती है। नेताओं को उनके हितों को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए। बिहार में अक्सर यह देखा जा रहा है कि भाजपा नेता जनता की बातों से ज्यादा राजनीतिक विरोधियों पर व्यक्तिगत आरोप-प्रत्यारोप में रुचि दिखाते हैं, जो भारतीय राजनीति और लोकतंत्र के लिए कदापि हितकर नहीं है। इसमें जनाकांक्षाओं की पूर्ति नहीं हो पाती है।
सिंह ने कहा कि राजधर्म की मांग है कि राजनीतिक दल को अपने सिद्धांतों और नीतियों का निर्माण जनहित में करने की जरुरत है तभी लोकतंत्र को समृद्ध बनाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संघ प्रमुख के बिहार दौरे से यहां की जनता को कोई लाभ नहीं होने वाला है और न ही प्रदेश भाजपा के नेताओं को संजीवनी मिलनी है।


