बिहार : समाज कल्याण की योजनाओं का हुआ एकीकरण
बिहार सरकार ने गरीबों, महिलाओं, बच्चों, किन्नरों और दिव्यांगों के जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से इनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं को एकीकृत करने का निर्णय लिया

पटना। बिहार सरकार ने गरीबों, महिलाओं, बच्चों, किन्नरों और दिव्यांगों के जीवन स्तर में गुणात्मक सुधार लाने के उद्देश्य से इनके कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं को एकीकृत करने का निर्णय लिया।
मंत्रिमंडल सचिवालय विभाग के अपर सचिव उपेंद्र नाथ पांडेय ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की अध्यक्षता में आज यहां हुई मंत्रिपरिषद् की बैठक के बाद बताया कि सरकार ने गरीबों, महिलाओं, बच्चों, नि:शक्तों, किन्नरों और दिव्यांगों के कल्याण के लिए मुख्यमंत्री वृहद् सहायता छत्र योजना, मुख्यमंत्री बाल संरक्षण छत्र योजना, मुख्यमंत्री सामाजिक सहायता एवं प्रोत्साहन छत्र योजना, मुख्यमंत्री दिव्यांगजन सशक्तिकरण छत्र योजना और समेकित बाल विकास छत्र योजना के गठन को स्वीकृति प्रदान की है।
श्री पांडेय ने बताया कि मुख्यमंत्री वृहद् सहायता छत्र योजना का उद्देश्य पहले से लागू योजनाओं को समेकित कर राज्य के निराश्रित, असहाय, भिक्षुक, किन्नर, वृद्ध, विधवा एवं दिव्यांगों के जीवन स्तर पर गुणात्मक सुधार लाना, पुनर्वास कार्यक्रमों एवं सेवाओं का विस्तार और उसके सुदृढीकरण के लिए क्षमतावर्द्धन करना है। इसके तहत इनकी देखभाल सं जुड़ी सेवाओं जैसे बुनियाद केंद्र, मोबाइल थेरेपी वैन एवं बुनियाद संजीवनी सेवा का विस्तार करना भी शामिल है।


