बिहार : विदेशी जोड़े ने भारतीय रीति-रिवाज से रचाई शादी
विदेश से भारत दर्शन करने यहां आया एक प्रेमी युगल यहां की परंपरा और संस्कृति से ऐसे प्रभावित हुआ कि उसने यहीं हिंदू रीति-रिवाज के साथ सात फेरे लिए और शादी कर ली

गया। विदेश से भारत दर्शन करने यहां आया एक प्रेमी युगल यहां की परंपरा और संस्कृति से ऐसे प्रभावित हुआ कि उसने यहीं हिंदू रीति-रिवाज के साथ सात फेरे लिए और शादी कर ली।
स्पेन के बार्सिलोना के अरतुल और जीना कुछ दिन पूर्व भारत को देखने और समझने यहां आए थे। इसी दौरान वे दोनों विश्व प्रसिद्ध पर्यटनस्थल और 'ज्ञानभूिम' के नाम से चर्चित बोधगया पहुंचे। दोनों यहां के एक गेस्ट हाउस में रुके थे। इस बीच दोनों ने एक विवाह देखा।
प्रेमी युग्ल भारतीय संस्कृति और परंपरा से आयोजित वैवाहिक कार्यक्रम से इतने प्रभावित हुए कि दोनों ने यहीं विवाह करने का निर्णय कर लिया। दोनों ने गेस्ट हाउस संचालक को अपनी इच्छा बताई। संचालक ने भी उनकी रजामंदी से शादी की तैयारी शुरू कर दी।
इस विदेशी जोड़े ने रविवार को पूरे हिंदू रीति-रिवाज के साथ पांडित के मंत्रोच्चार के बीच अग्नि के सात फेरे लिए और एक-दूसरे को सात वचन देते हुए परिणय सूत्र में बंध गए। इस दौरान वरमाला पहने अरतुल ने जीना के मांग में सिंदूर भरा और सात जन्मों तक साथ रहने का वादा किया।
अरतुल व जीना ने कहा, "हम भारतीय सभ्यता से काफी प्रभावित हैं। हमें भारतीय संस्कृति और यहां के लोग से लगाव है। लोगों का व्यवहार, भारतीय खाना, रहना काफी अच्छा लगा, इसलिए हम दोनों ने यह निर्णय लिया। यहां कि परंपरा अनोखी है। भारतीय संस्कृति और परंपरा से शादी कर हम दोनों काफी खुाश हैं।"
दोनों ने कहा कि यहां की परंपरा और संस्कृति के विषय में सुन जरूर रखा था, मगर यहां आकर उनकी गहराई देखने का मौका मिला। इस वैवाहिक कार्यक्रम में स्थानीय लोगों ने भाग लिया और नवदंपति को आशीर्वाद दिया।
नवदंपति की योजना दो-चार दिन यहां रहकर फिर अन्य स्थानों पर घूमने की है। इसके बाद वे फिर वापस अपने देश जाएंगे।
गौरतलब है कि बोधगया बौद्ध संप्रदायों के लिए प्रमुख तीर्थस्थल है। मान्यता है कि महात्मा बुद्ध को यहीं एक पीपल के वृक्ष के नीचे ज्ञान प्राप्ति हुई थी।


