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बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर का सुपर फ्लॉप शो! 236 सीटों पर जमानत जब्त

बिहार विधानसभा चुनाव के पहले तक राज्य की राजनीति में बड़ा परिवर्तन का दावा करने वाली प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी औंधे मुंह गिर गई

बिहार चुनाव में प्रशांत किशोर का सुपर फ्लॉप शो! 236 सीटों पर जमानत जब्त
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जन सुराज पार्टी का खाता तक नहीं खुला, 238 में से 236 उम्मीदवारों की जमानत गई

  • ‘बड़ा बदलाव’ का दावा ध्वस्त, प्रशांत किशोर की पार्टी को सिर्फ 3.34% वोट
  • 61 सीटों पर NOTA से भी कम वोट, भाजपा ने आंकड़े जारी कर साधा निशाना
  • एनडीए की प्रचंड जीत, जन सुराज पार्टी औंधे मुंह गिरी- ‘सपनों का महागठबंधन टूटा’

नई दिल्ली। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले तक राज्य की राजनीति में बड़ा परिवर्तन का दावा करने वाली प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी औंधे मुंह गिर गई। 243 में से 238 सीटों पर जन सुराज पार्टी ने प्रत्याशी उतारे, जिनमें से 236 सीटों पर उम्मीदवारों की जमानत जब्त हो गई। इसे लेकर भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने आंकड़े जारी किए हैं।

भाजपा आईटी सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर पोस्ट कर कहा, "उन सभी पत्रकारों और सर्वेक्षणकर्ताओं के लिए जिन्होंने सोचा था कि जन सुराज पार्टी बिहार में एनडीए का भाग्य तय करेगी, यहां कुछ आंकड़े दिए गए हैं, जिन पर विचार करना जरूरी है।

उन्होंने कहा कि जन सुराज पार्टी ने कुल 238 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिनमें से 236 सीटों पर जमानत जब्त हो गई। जन सुराज ने कोई सीट नहीं जीती। सिर्फ एक सीट पर दूसरे स्थान पर रही। 122 सीटों पर तीसरे नंबर से नीचे (चौथे और उससे भी नीचे) रही। 61 सीटों पर नोटा से भी कम वोट मिले। बिहार चुनाव में जन सुराज पार्टी को कुल 16.77 लाख वोट मिले और पार्टी का मत प्रतिशत 3.34 रहा।

इससे पहले अमित मालवीय ने मीडिया रिपोर्ट्स का हवाला देते हुए राहुल गांधी के बयान का जिक्र किया, जिसमें राहुल ने कहा था कि बिहार विधानसभा चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन के बावजूद वे चिंतित नहीं हैं। मालवीय ने सवाल उठाया कि राहुल कांग्रेस को चुनाव जिताने में असमर्थ क्यों हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में कहा, "राहुल गांधी की 95 हार। कई लोग उन्हें 9 से 5 बजे तक दोषारोपण करने वाला नेता कहेंगे, लेकिन राहुल गांधी दो दशकों में 95 चुनावी हार झेल चुके हैं, जो शतक से पांच कम है। क्या भारत की संस्थाओं पर यह हमला चांदी के चम्मच वाले इस वंशज की ध्यान भटकाने की चाल है?"

बता दें कि बिहार विधानसभा चुनाव में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) का शानदार प्रदर्शन रहा। एनडीए ने 202 सीटों पर प्रचंड जीत हासिल की। पहली बार बिहार चुनाव में उतरी प्रशांत किशोर की जन सुराज पार्टी का खाता तक नहीं खुला।


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