पवन खेड़ा का दावा : बिहार अब बदलाव के मूड में है
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बिहार विधानसभा चुनाव में हुए मतदान और एसआईआर पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि बिहार अब बदलाव चाहता है और मतदान प्रतिशत का भी यही इशारा है

बढ़ते मतदान को लेकर कांग्रेस का बयान– ‘वोट चोरों’ के खिलाफ जनता ने दिया जवाब
- एसआईआर और वोटर लिस्ट घोटाले पर कांग्रेस का हमला, बिहार में बदलाव की बात
- पवन खेड़ा बोले– बिहार की जनता अब सत्ता परिवर्तन चाहती है
- बिहार चुनाव पर कांग्रेस का तीखा वार, कहा– लोकतंत्र को खतरा है
पटना। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने बिहार विधानसभा चुनाव में हुए मतदान और एसआईआर पर अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि बिहार अब बदलाव चाहता है और मतदान प्रतिशत का भी यही इशारा है।
कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि बढ़ते मतदान प्रतिशत से पता चलता है कि लोगों को डर था कि 'वोट चोर' कुछ भी कर सकते हैं, इसलिए उन्होंने बड़े पैमाने पर विपक्ष के पक्ष में मतदान किया।
उन्होंने कहा कि यह एसआईआर का प्रभाव है। राकेश सिन्हा दिल्ली में वोट करते हैं और उनका नाम यहां भी पाया जाता है। संतोष ओझा दिल्ली में वोट करते हैं और उनका नाम यहां भी पाया जाता है। मनोज कुमार मिश्रा दिल्ली में वोट करते हैं और उनका नाम यहां भी पाया जाता है।
इससे पहले कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि राहुल गांधी ने पूरे देश को दिखाया है कि कैसे वोटर लिस्ट में घोटाला हो रहा है। चुनाव आयोग भी इस खेल में मिला हुआ है।
उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र, हरियाणा, और मध्य प्रदेश में चोरी की सरकार चल रही है। भाजपा और चुनाव आयोग बिहार में भी 'वोट चोरी' करने की कोशिश करेंगे, लेकिन हमें सतर्क रहना है। हमें बिहार में 'वोट चोरी' नहीं होने देनी है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि ये लोग हमारे लोकतंत्र और संविधान के लिए सबसे बड़ा खतरा हैं। उन्होंने कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने ये बात दिसंबर 2023 में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक में कही थी।
वहीं, अमित शाह ने कहा था कि सीएम नीतीश कुमार के लिए भाजपा के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हैं।
उन्होंने कहा कि कुल मिलाकर ये लोग अवसरवादी हैं, जो सिर्फ अपना फायदा और कुर्सी देखते हैं, इसलिए हम सभी को ऐसे लोगों को सत्ता से हटाना है, नहीं तो हमारा भविष्य बर्बाद हो जाएगा।
उन्होंने कहा कि राहुल गांधी जनता से मिलते हैं, उनके बीच जाते हैं। हाल ही में उन्होंने मुकेश सहनी के साथ मछुआरा भाइयों से मुलाकात की और उनसे संवाद किया। राहुल गांधी जैसी मिसाल देश में और कहीं नहीं है।


