बिहार में पूर्वी क्षेत्र का मुख्यालय बनने से डेयरी क्षेत्र की गतिविधि में आएगी तेजी : नीतीश
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडियन डेयरी एसोसिएशन से राज्य में पूर्वी क्षेत्र का मुख्यालय बनाए जाने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे डेयरी क्षेत्र की गतिविधि में तेजी आएगी

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इंडियन डेयरी एसोसिएशन से राज्य में पूर्वी क्षेत्र का मुख्यालय बनाए जाने का आग्रह करते हुए कहा कि इससे डेयरी क्षेत्र की गतिविधि में तेजी आएगी। पटना में गुरुवार को '47 वें डेयरी इंडस्ट्री कन्फ्रेंस 2019' का उद्घाटन करते हुए मुख्यमंत्री ने पूर्वी क्षेत्र में दुग्ध उत्पादन में बिहार को सबसे अव्वल बताया।
उन्होंने कहा, "हमारा उद्देश्य है जल्द से जल्द देश के प्रथम तीन स्थानों में दुग्ध उत्पादन में बिहार का नाम शामिल हो। एसोसिएशन से निवेदन है कि पूर्वी क्षेत्र का मुख्यालय बिहार को बनाया जाए, जिससे ज्यादा से ज्यादा डेयरी के क्षेत्र में गतिविधि यहां हो सके। इससे बिहार के लोगों में आत्मविश्वास बढ़ेगा।"
नीतीश ने कहा कि पटना में जब डेयरी परियोजना बना थी, तब 'श्वेत क्रांति' के जनक कुरियन साहब से भी सहयोग लिया गया। वर्ष 2005 में बिहार राज्य दुग्ध सहकारी संघ लिमिटेड (कम्फेड) के द्वारा 4 लाख लीटर दूध प्रतिदिन आपूर्ति की जाती थी जबकि दिसंबर 2018 तक यह बढ़कर 20़ 46 लाख लीटर प्रतिदिन हो गया है।
उन्होंने कहा कि दूध पाउडर के निर्माण के लिए बिहारशरीफ में ही एक केंद्र को स्थापित किया गया है। यहां 22 हजार 700 दुग्ध सहकारी सोसाइटी हैं, जिससे 12 लाख लोग जुड़े हुए हैं, उसमें ढाई लाख महिलाएं हैं।
इस काम में महिलाओं को जोड़ने की सरकार की प्राथमिकता बताते हुए उन्होंने इंडियन डेयरी एसोसिएशन, नेशनल डेयरी डेवलपमेंट बोर्ड, नेशनल डेयरी डेवलपमेंट रिसर्च इंस्टीट्यूट जैसी सभी संस्थाओं से लोगों की आमदनी बढ़ाने के लिए काम करने का अग्रह किया।


