एसडीजी रैंकिंग में बिहार सबसे नीचे, लालू और तेजस्वी ने नीतीश सरकार पर कसा तंज
नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) भारत सूचकांक 2020-21 में बिहार का सबसे खराब प्रदर्शन को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसा

पटना। नीति आयोग के सतत विकास लक्ष्य (एसडीजी) भारत सूचकांक 2020-21 में बिहार का सबसे खराब प्रदर्शन को लेकर राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के नेताओं ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर तंज कसते हुए उनपर जोरदार निशाना साधा है।
राजद प्रमुख लालू प्रसाद ने अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक मीडिया रिपोर्ट को टैग करते हुए ट्वीट कर तंज कसते हुए लिखा, '' बधाई हो! आखिरकार 16 वर्षों की बिहारनाशक मेहनत से बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया।''
बधाई हो! आख़िरकार 16 वर्षों की बिहारनाशक मेहनत से नीतीश ने बिहार को नीचे से टॉप करा ही दिया।https://t.co/mx8WT99uoI
— Lalu Prasad Yadav (@laluprasadrjd) June 3, 2021
इधर, राजद के नेता और पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव ने भी इस आंकडे के सार्वजनिक होने के बाद मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधा है।
अपने अधिकारिक ट्विटर हैंडल से ट्वीट करते हुए तेजस्वी ने शुक्रवार को लिखा, '' नीतीश कुमार जी की सत्तालोलुप अदूरदर्शी नीतियों, गलत निर्णयों और अक्षम नेतृत्व के कारण बिहार लगातार तीसरे वर्ष भी नीति आयोग की रिपोर्ट में सबसे फिसड्डी प्रदर्शन के साथ सबसे निचले पायदान पर है।''
नीतीश कुमार जी की सत्तालोलुप अदूरदर्शी नीतियों, गलत निर्णयों और अक्षम नेतृत्व के कारण बिहार लगातार तीसरे वर्ष भी नीति आयोग की रिपोर्ट में सबसे फिसड्डी प्रदर्शन के साथ सबसे निचले पायदान पर है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) June 4, 2021
BJP-नीतीश के 16 वर्षों के कागजी विकास का सबूत सहित यही सार, सच्चाई व असल चेहरा है। pic.twitter.com/KnJYbuMgSt
उन्होंने आगे लिखा कि, ''भाजपा-नीतीश के 16 वर्षों के कागजी विकास का सबूत सहित यही सार, सच्चाई व असल चेहरा है।''
तेजस्वी ने एक अन्य ट्वीट में कटाक्ष करते हुए लिखा, '' इस बेहद खराब प्रदर्शन के लिए डबल इंजन सरकार के ड्राइवर को बहुत बधाई। केरल ने भाजपा को एक भी सीट नहीं दी और उसने पहली रैंक हासिल की है। भाजपा और उसके सहयोगियों को 40 में से 39 सीट देने वाला बिहार का प्रदर्शन खराब है।''
उल्लेखनीय है कि गुरुवार को नीति आयोग की ओर से सतत विकास लक्ष्यों के लिए सूचकांक जारी किया गया, जिसमें 75 अंक के साथ केरल सबसे उपर रहा जबकि बिहार का स्थान फिसड्डी रहा।


