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बिहार चुनाव : पहले चरण में महिलाओं को भी मिली है तवज्जो

बिहार में नेताओं ने पहले चरण के लिए तैयारी पूरी कर ली है ..इस बार पहले चरण में कई नेताओं की साख दांव लगी है

बिहार चुनाव : पहले चरण में महिलाओं को भी मिली है तवज्जो
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बिहार : बिहार में नेताओं ने पहले चरण के लिए तैयारी पूरी कर ली है ..इस बार पहले चरण में कई नेताओं की साख दांव लगी है,,क्योंकि इस बार का सियासी समीकरण पिछली बार की अपेक्षा बहुत अलग है..लेकिन खास बात ये है कि इस बार पहले चरण में महिलाओं को भी तवज्जो दी गई है..पहले चरण में इस बार 119 महिलाएं मैदान में हैं.बिहार में नेताओं ने प्रचार में पूरा जोर लगा दिया है,,और साथ ही जीत का दावा भी कर रहे हैं..लेकिन इस बार के चुनाव में कई दिग्गजों की साख भी दांव पर लगी है..जी हां पहले चरण में 71 सीटों पर मतदान होने वाला है. इसमें सबसे ज्यादा 37 सीटें महागठबंधन की दांव पर लगी हैं. आधी से ज्यादा सीटों पर अभी आरजेडी और कांग्रेस के पास ही हैं.. इन विधायकों को अपनी सीट बचाने के लिए सबसे ज्यादा जुगत करनी पड़ रही है. जिन 71 सीटों पर 28 अक्तूबर को वोटिंग होगी..उसमें आरजेडी की 28 और कांग्रेस की नौ सीटें शामिल हैं. जबकि, आरजेडी के बाद सबसे ज्यादा जेडीयू की 19 और बीजेपी की 12 सीटें शामिल हैं. इसके अलावा एक सीट इमामगंज जहां से हम के जीतन राम मांझी और चेनारी सीट से ललन पासवान ने जीत दर्ज की थी. इस बार दोनों जेडीयू कोटे की सीटों पर चुनाव लड़ रहे हैं. ललन पासवान तो पहले ही जेडीयू में शामिल हो चुके हैं. वहीं, इस बार के गठबंधन में हम की साझेदारी भी जदयू के साथ है..फिलहाल चुनाव के पहले चरण की तैयारियां पूरी हो चुकी है..पहले चरण में कुल 1066 प्रत्याशी मैदान में हैं...इन प्रत्याशियों में 114 महिला, तो 952 पुरुष प्रत्याशी मैदान में हैं. पहले चरण में सर्वाधिक प्रत्याशी गया टाउन में तो सबसे कम प्रत्याशी कोटरिया में हैं..इस बार प्रदेश का राजनीतिक समीकरण एकदम विपरीत है. जेडीयू और बीजेपी मिलकर चुनावी मैदान में हैं. इन दोनों दलों का लंबा गठबंधन पहले से भी रहा है. सिर्फ पिछले चुनाव में जेडीयू और आरजेडी का नया गठबंधन हुआ था, जिसके दम पर 2015 में सरकार तो बनी. परंतु यह गठजोड़ बेमेल साबित हुआ और करीब पौने दो साल में ही जेडीयू- आरजेडी का गठबंधन टूट गया.. फिर जेडीयू और बीजेपी ने मिलकर नयी सरकार बनायी...लेकिन अब इस बार देखना होगा कि गठबंधनों का नया स्वरूप बिहार की जनता को कितना भाता है?


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