बिहार : रघुवंश शराबबंदी में कड़ी सजा के खिलाफ
बिहार में लागू शराबबंदी कानून राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह को पसंद नहीं आ रहा है

पटना। बिहार में लागू शराबबंदी कानून राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के उपाध्यक्ष रघुवंश प्रसाद सिंह को पसंद नहीं आ रहा है। वह पहले भी शराबबंदी को लेकर टिप्पणियां करते रहे हैं और पार्टी उसे रघुवंश का निजी बयान बताती रही है। रघुवंश ने यहां मंगलवार को कहा कि अगर राजद सत्ता में आती है, तो राज्य में नए मद्यनिषेध और उत्पाद कानून के तहत कड़ी सजा का प्रावधान खत्म किया जाएगा। पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने यहां शराबबंदी को लेकर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि शराबबंदी कानून तानाशाही कानून है। उन्होंने कहा, "बिहार में राजद की सरकार बनेगी, तो राज्य में बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद विधेयक-2016 लागू होने के बावजूद कानून से कड़े सजा के प्रावधान हटा दिए जाएंगे।"
सिंह ने इस नए कानून को 'अंधा कानून' बताते हुए कहा कि राजद के सत्ता में आने के बाद शराबंदी के तहत बेकसूरों को सजा नहीं दी जाएगी।
उन्होंने सवालिया लहजे में कहा, "किसी परिवार में एक बेटा नालायक हो गया और उसके पास से एक बोतल शराब बरामद हो गई, तो पूरे घर को ही जब्त कर लिया जाएगा, कहीं ऐसा होता है क्या?"
उल्लेखनीय है कि बिहार मद्यनिषेध और उत्पाद विधेयक-2016 में कड़े सजा के प्रावधान किए गए हैं। इसके तहत तहत पांच साल से लेकर आजीवन कारावास तक की सजा और नशे में पकड़े जाने पर न्यूनतम एक लाख रुपये से लेकर 10 लाख रुपये तक आर्थिक दंड का प्रावधान है।
गौरतलब है कि पिछले वर्ष राजद जब सत्ता में थी, तब शराबबंदी को लेकर लोगों को जागरूक करने के लिए बनी मानव श्रृंखला में राजद भी शामिल हुआ था। यह दीगर बात है कि नीतीश जिस महागठबंधन की बदौलत सत्ता में लौटे, उसे तोड़ चुके हैं और सबसे बड़े घटक राजद को सत्ता से बेदखल कर भाजपा के साथ मिलकर सरकार चला रहे हैं। वह विधानसभा चुनाव से दो साल पहले भाजपा को भी सत्ता से बेदखल कर चुके थे।


