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बिहार में 52 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे : तेजस्वी

बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में 52 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे है और सरकार बजट का आकार बढ़ने का दावा कर खुद का पीठ थपथपाती है

बिहार में 52 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे : तेजस्वी
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पटना। बिहार विधानसभा में विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि राज्य में 52 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा के नीचे है और सरकार बजट का आकार बढ़ने का दावा कर खुद का पीठ थपथपाती है। विधानसभा के बजट सत्र में बिहार बजट 2022-23 पर चर्चा में भाग लेते हुए तेजस्वी ने सरकार पर आंकड़ों को लेकर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि सरकार बजट का आकार बढ़ने की बात करती है लेकिन गरीबी दूर क्यों नहीं हो रही है।

उन्होंने कहा कि राज्य की 52 प्रतिशत आबादी गरीबी रेखा से नीचे है। सात जिलों में गरीबी रेखा से नीचे की आबादी 61 प्रतिशत है।

उन्होंने कहा कि बिहार में बेरोजगारी की भयावह स्थिति है, हर चौथे युवा में 3 बेरोजगार है। किसानों की आय नहीं है। देश में सबसे बिहार के किसानों की आय है। देश में सबसे अधिक महंगी बिजली बिहार में है।

उन्होंने नीतीश कुमार पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछले 15 साल से एक ही मुख्यमंत्री है, फिर भी बिहार पिछड़ा है। स्कूलों में कंप्यूटर भी हैं। इस दौरान उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी की तारीफ करते हुए कहा कि यह सही बोलते हैं।

राजद नेता ने इस दौरान एक शायरी बोली, 'यहां तक आते आते सूख जाती हैं कई नदियां, मुझे मालूम है पानी कहां रुका है'।

उन्होंने नीति आयोग और सीएजी की रिपोर्ट दिखाते हुए कहा कि बजट हर साल बढ़ रहा है, लेकिन हालात नहीं सुधर रहे हैं। बजट की बात कर रहे सीएजी की रिपोर्ट में अध्याय 5 में पेज 32 पर 19-20 साल का हिसाब दिया गया है, जिसमें लिखा है कि 80 हजार करोड़ खर्च नहीं कर पाए।


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