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मुरादनगर में बड़ा रेल हादसा टला

मुरादनगर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सवेरे तीन किशोरों की सतर्कता के चलते बड़ा ट्रेन हादसा होने बच गया

मुरादनगर में बड़ा रेल हादसा टला
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गाजियाबाद। मुरादनगर रेलवे स्टेशन पर शुक्रवार सवेरे तीन किशोरों की सतर्कता के चलते बड़ा ट्रेन हादसा होने बच गया। गंगनहर पुल के समीप रेलवे लाइन के बीच पटरियों को जोड़ने वाली फिश प्लेट खुली पड़ी देख लोगों में हड़कंप मच गया। शक के आधार पर वहां घूम रहे एक युवक को पकड़ पब्लिक ने जमकर धुना व पुलिस को सौंप दिया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, जीआरपी, आरपीएफ मौके पर पहुंच गईं। पूछताछ में युवक ने अपना नाम फुरकान निवासी बुलंदशहर बताया है।

जानकारी के मुताबिक नगर की बम्बा रोड स्थित दयानंदनगर कॉलोनी में शिवा (16), तुषार (15), सचिन कुमार (14) परिवार समेत रहते हैं। वे मजदूरी कर अपने परिवार का भरण पोषण करते हैं। शुक्रवार को सवेरे करीब 7 बजे वे रेलवे लाइन के समीप जंगलों में शौच करने गए थे। इसी बीच उन्हें एक संदिग्ध युवक रेलवे ट्रैक पर बैठा हुआ दिखाई दिया, जिसने उन्हें रोककर उनका मोबाइल फोन कॉल करने के लिए मांगा था। युवकों ने अपना मोबाइल देने से इनकार करते हुए आगे चले थे कि उनकी नजर रेलवे लाइन की पटरियों की फिश प्लेट पर पड़ी। उन्होंने देखा कि पटरी के नट बोल्ट खुले हुए थे और फिश प्लेट अलग पड़ी हुई थीं। इसके बाद किशोरों ने युवक से जब इस बारे में पूछा तो वह भागने का प्रयास करने लगा। किशोरों ने युवक को पकड़ लिया और उसकी जमकर धुनाई करनी शुरू कर दी और शोर मच गया। शोर सुनकर आस पास के लोग भी मौके पर पहुंच गए।

इसके बाद लोगों ने उसकी जमकर धुनाई करते हुए उसे रेलवे स्टेशन पर ले गए और स्टेशन मास्टर कार्यालय पर सौंप दिया। पटरी की फिश प्लेट खुली होने की खबर से रेलवे कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। स्टेशन मास्टर ने इसकी सूचना तत्काल उच्चधिकारियों को दी। सूचना मिलते ही आरपीएफ कमांडेंट शशि कुमार, एसओ मुरादनगर रणवीर सिंह, जीआरपीएफ प्रभारी मोदीनगर सत्यभान, आरपीएफ प्रभारी मय फोर्स के घटनास्थल पर पहुंच गए। पुलिस ने उक्त युवक को हिरासत में ले लिया और उससे कड़ी पूछताछ की। आरपीएफ कमाडेंट शशि कुमार ने बताया कि पूछताछ के दौरान पकड़े गए युवक ने अपना नाम फुरकान पुत्र अहमद निवासी बुलंदशहर निवासी बताया है। युवक ने पुलिस को बताया कि वह मुरादनगर में अपने भाई के यहां आया हुआ था। पुलिस छानबीन में घटनास्थल के समीप झाड़ियों से कुछ बोल्ट, टै्रक फिस प्लेट, बसूला मिला है। रेलवे पटरियों को आपस में जोड़ने के लिए जॉगल व फिश प्लेट का प्रयोग किया जाता है।

पटरी को जोड़ने के लिए लगाई जाती है फिश प्लेट
रेलवे के जानकारों का कहना हे कि यह फिश प्लेट दो पटरियों को जोड़ने के लिए लगाई जाती हैं। रेलवे विभाग द्वारा सुबह और शाम को इसकी निगरानी भी होती है। यदि कोई रेलगाड़ी इस अपलाइन से गुजरती है तो पटरियों के जोड़ अलग-अलग हो सकते थे। जिससे रेल गाड़ियों की बोगियां तक पलट सकती थीं। लेकिन बच्चों की सतर्कता के कारण बड़ा हादसा होने से टल गया।

घंटो तक चला सर्च अभियान
बता दें कि रेलवे लाइन पर ट्रैक की फिश प्लेट खुली होने की खबर से रेलवे विभाग में हड़कंप मच गया। सूचना मिलते ही आला अधिकारी मय टीम के घटना स्थल पर पहुंचकर रेलवे लाइन के समीप झाड़ियों में छानबीन की। जहां पुलिस को कुछ छुपाए हुए बोल्ट, फिश प्लेट व बसुला मिला।


निर्धारित समय से देरी से निकाली गईं टे्रनें
पटरी से फिश प्लेट निकलने की खबर से रेलवे कर्मचारियों में हड़कंप मचा हुआ था,सूचना मिलते ही रेलवे कर्मचारियों मौके पर पहुंचकर रेलवे लाइन की पटरी को ठीक कराया तब जाकर एक्सप्रेस रेलगाड़ी आगे के लिए रवाना की गई। बताया गया है कि इसके चलते मुरादनगर रेलवे स्टेशन पर देहरादून रेलगाडी करीब 40मिनट खड़ रही जबकि सहारनपुर की ओर से आने वाली गाड़ी संख्या 64558, 65560 दो से ढाई घंटे की देरी से मुरादनगर पहुंचीं। स्टेशन पर यात्रियों की भीड़ जमा थी लेकिन जब ट्रेन लेट होने का एनाउंस किया गया तो धीरे-धीरे यात्रियों की भीड़ का दबाव मेरठ रोड पर आ गया। दैनिक यात्री ऑटो व बस से आगे के लिए रवाना हुए।


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