मोदी सरकार में लोकतंत्र को हुआ बड़ा नुकसान : कांग्रेस
मोदी सरकार ने पिछले साढ़े चार साल के दौरान समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा कर देश के लोकतांत्रिक स्वरूप तथा आर्थिक ढांचे को जो नुकसान पहुंचाया है उसको पुनर्स्थापित करने में बहुत समय लगेगा

नई दिल्ली। मोदी सरकार ने पिछले साढ़े चार साल के दौरान समाज में असुरक्षा का माहौल पैदा कर देश के लोकतांत्रिक स्वरूप तथा आर्थिक ढांचे को जो नुकसान पहुंचाया है उसको पुनर्स्थापित करने में बहुत समय लगेगा और यदि भारतीय जनता पार्टी दोबारा सरकार बनाती है तो यह देश के लिए अच्छा नहीं होगा।
यह विचार कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदम्बरम, कपिल सिब्बल, मनीष तिवारी, अभिषेक मनु सिंघवी, सलमान खुर्शीद तथा सुष्मिता देव ने शुक्रवार को यहां सिरीफोर्ट ऑडोटोरियम में ‘क्या भारत को पुनर्परिभाषित किया जा रहा है’ विषय पर आयोजित विचार गोष्ठी में व्यक्त किए। विचार गोष्ठी का अायोजन कांग्रेस के सहयोगी संगठन प्रोफेशनल कांग्रेस ने किया और कार्यक्रम का संचालन प्रोफेशनल कांग्रेस के अध्यक्ष शशि थरूर ने किया।
कांग्रेस नेताओं ने कहा कि मोदी सरकार ने समाज में भय का जो माहौल पैदा किया है उससे हर व्यक्ति खुद को असुरक्षित महसूस कर रहा है। चारों तरफ भय और असुरक्षा का माहौल है। खुद सरकार के मंत्री कहते हैं कि वे सत्ता में संविधान को बदलने के लिए आए हैं। धर्मनिरपेक्ष ढांचे को बड़ी चोट पहुंचायी जा रही है लेकिन देश का बड़ा वर्ग इस रणनीतिक सोच को समझता है इसलिए वह जिम्मेदारी से देश के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप की हिफाजत कर रहा है। देश के अल्पसंख्यकों को समझना चाहिए कि बहुसंख्यक वर्ग उनके साथ है इसलिए उनके अधिकारों को कहीं कोई नुकसान नहीं पहुंचाया जा सकता।
उन्होंने कहा कि सबसे बड़ी दिक्कत है यह है कि मोदी सरकार पूरी तरह से राष्ट्रीय स्वयं संघ के निर्देश पर काम कर रही है इसलिए सभी संवैधानिक संस्थानों में आर एस एस के लोगों को बिठाया जा रहा है। सीबीआई, एनआईए, ईडी जैसे सभी संगठनों में शीर्ष पदों पर आरएसएस के लोग बिठाए जा रहे हैं। विश्वविद्यालयों में कुलपति और राज्यों के राज्यपाल एक ही विचारधारा के लोगों को बनाया जा रहा है।


