मध्य प्रदेश में भाजपा के बड़े नेताओं की छोटे शहरों की दौड़
मध्य प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जमीनी जमावट पर जोर लगाना शुरु कर दिया है

भोपाल। मध्य प्रदेश में इसी साल होने वाले विधानसभा चुनाव के लिए भाजपा ने जमीनी जमावट पर जोर लगाना शुरु कर दिया है।
केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की राज्य में बढ़ी सक्रियता का असर नेताओं पर भी नजर आने लगा है। नेताओं ने भोपाल और अपने क्षेत्रों से बाहर निकलकर छोटे शहरों की तरफ रुख कर लिया है।
भाजपा द्वारा चुनाव के लिए बनाई गई प्रबंधन समिति के संयोजक और केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर रीवा, सतना और कटनी के प्रवास के बाद बुधवार को उज्जैन पहुंचे।
यहां उन्होंने उज्जैन संभागीय कार्यालय में आयोजित कार्यकर्ताओं की बैठक ली। इससे पहले उन्होंने महाकाल मंदिर पहुंचकर महाकालेश्वर भगवान के दर्शन-पूजन करते हुए प्रदेशवासियों की सुख-समृद्धि की कामना की।
नरेंद्र सिंह तोमर ने कार्यकर्ताओं से विधानसभा और लोकसभा चुनाव में अपनी पूरी ताकत से जुटने का आह्वान किया। उन्होंने केंद्र सरकार के समाज कल्याण के लिए चलाई जा रही योजनाओं के साथ राज्य में वर्ष 2003 के बाद भाजपा सरकार के आने के साथ बदले हालात का जिक्र किया। सभी से आह्वान किया कि वे बूथ स्तर पर जाकर सरकार की योजनाओं से आमजन को अवगत कराएं।
इसी तरह भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव कैलाश विजयवर्गीय सागर जिले के बीना पहुंचे। जहां उन्होंने कृषि उपज मंडी में आयोजित विधानसभा सम्मेलन में हिस्सा लिया। कांग्रेस की नीतियों पर जहां उन्होंने हमला बोला वहीं भाजपा की केंद्र और राज्य सरकार की उपलब्धियों का जिक्र किया। इस मौके पर रोड शो भी निकाला गया।
भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष विष्णुदत्त शर्मा तीन अगस्त को रीवा जिले के प्रवास पर रहेंगे।


