रेपो रेट में 50 बेसिस प्वॉइंट्स की बड़ी कटौती, जानिए आपकी ईएमआई पर क्या असर पड़ेगा
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति ने बड़ा फैसला लिया है। आज आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने रेपो रेट में कटौती का फैसला लिया है

नई दिल्ली। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) की मौद्रिक नीति समिति ने बड़ा फैसला लिया है। आज आरबीआई गवर्नर संजय मल्होत्रा की अध्यक्षता वाली कमेटी ने रेपो रेट में कटौती का फैसला लिया है।
शुक्रवार को आरबीआई गवर्नर मल्होत्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बताया कि ब्याज दरों में 50 आधार अंक की कटौती की गई है। जिसके बाद यह घटकर 5.5 प्रतिशत हो गई है।
आरबीआई ने फरवरी और अप्रैल में भी रेपो रेट में 25-25 आधार अंकों की कटौती की थी। फरवरी 2025 में करीब पांच वर्षों के अंतराल के बाद ब्याज दरों में कटौती की गई थी. उस समय रेपो रेट को 6.5% से घटाकर 6.25% किया गया था। फरवरी 2025 में करीब पांच वर्षों के अंतराल के बाद ब्याज दरों में कटौती की गई थी। उस समय रेपो रेट को 6.5% से घटाकर 6.25% किया गया था।
रेपो रेट वह दर होती है जिस पर आरबीआई बैंकों को कर्ज देता है. जब रेपो रेट कम होता है, तो बैंकों के लिए कर्ज लेना सस्ता हो जाता है और वे ग्राहकों को कम ब्याज दर पर लोन दे पाते हैं। रेपो रेट में कटौती से होम और कार लोन जैसे ऋण सस्ते हो जाएंगे और ग्राहकों की ईएमआई घट जाएगी। खुदरा महंगाई लगातार तीसरे महीने आरबीआई के 4% के लक्ष्य से नीचे बने रहने ने आरबीआई को रेपो रेट में कटौती करने को प्रेरित किया है।


