जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान पथराव पर बोले भूपेन्द्र सिंह, कहा- मुख्यमंत्री की हत्या की साजिश
मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने कहा कि सीधी जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान हुई घटना सिर्फ पथराव नहीं, बल्कि यह मुख्यमंत्री की हत्या की साजिश थी

सागर। मध्यप्रदेश के गृहमंत्री भूपेन्द्र सिंह ने आज यहां सनसनीखेज खुलासा करते हुए कहा कि सीधी जिले में मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान हुई घटना सिर्फ पथराव नहीं, बल्कि यह मुख्यमंत्री की हत्या की साजिश थी।
सिंह ने यहां मीडिया से बातचीत में कहा कि पहले चुरहट में मुख्यमंत्री के ऊपर हमला करने की साजिश रची गई थी, लेकिन वहां सुरक्षा का घेरा अत्यंत मजबूत होने के कारण हमला नहीं किया गया और कुछ समय के बाद इस हमले को अंजाम दिया गया। श्री सिंह ने कहा कि इस पूर साजिश को कांग्रेस ने रचा है और अब तक नौ लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है, इनमें कुछ लोग कांग्रेस के हो सकते हैं। उन्होंने कहा कि अभी इस मामले में और भी जांच पड़ताल चल रही है।
गृहमंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री के खिलाफ अपशब्दों का इस्तेमाल करने वाली कांग्रेस इस निचले स्तर पर उतर आएगी इसकी कल्पना नहीं की जा सकती। यह अत्यंत निंदनीय और दुर्भाग्यपूर्ण है। उन्होंने कहा कि श्री चौहान की लोकप्रियता और उनकी जनआशीर्वाद यात्रा को मिल रहे अपार जनसमर्थन से बौखलाई कांग्रेस, अब उनकी हत्या की साजिश रच रही है। गृहमंत्री ने कहा कि इस हमले के किसी आरोपी को बख्शा नहीं जाएगा।
उन्होंने कहा कि चौहान की जनआर्शीवाद यात्रा से गरीबों को संबल योजना के माध्यम से जीवन का सुरक्षा चक्र दिया है। चुरहट की घटना गरीबों, किसानों, महिलाओं पर हमला हैं। उन्होंने कहा कि कांग्रेस सत्ता के लिए किसी भी सीमा तक जा सकती है। यह कांग्रेस का चरित्र है। उन्होंने निर्देशित किया है कि चौबीस घंटे के अंदर आरोपियों की गिरफ्तारी की जाये। आरोपी कोई भी हो बख्शा नही जायेगा।
अनुसूचित जाति-अनुसूचित जनजाति विधेयक मामले को लेकर विरोध करने वाले लोगों का इसमे हाथ होने संबंधी सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि इस विधेयक को लेकर प्रदेश के कई हिस्सों में विरोध हो रहे हैं, लेकिन इस घटना से इसका कोई सबंध नहीं है, जो भी कोई विरोध कर रहे है, वह सांकेतिक तरीके से कर रहे है। पथराव जैसी घटना कही भी नही है।
सीधी जिले में कल रात चौहान की जनआशीर्वाद यात्रा के दौरान अज्ञात तत्वाें द्वारा पहले यात्रा के विरोध में काले कपडे दिखाए गए, इसके बाद यात्रा पर पथराव किया गया, जिससे यात्रा रथ के शीशे चटक गये थे।


