नए रंग की पोशाक में नजर आएंगे बीएचयू सुरक्षाकर्मी
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सुरक्षाकर्मी अगले सप्ताह से नए रंग की पोशाक में नजर आएंगे
वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के सुरक्षाकर्मी अगले सप्ताह से नए रंग की पोशाक में नजर आएंगे। विश्वविद्यालय की नवनियुक्त मुख्य आरक्षाधिकारी प्रो रोयाना सिंह ने आज अपना पदभार ग्रहण करने के बाद संवाददाताओं से कहा कि अदालती आदेश के मद्देनजर सुरक्षाकर्मियों की पोशाक के रंग बदल दिये गए हैं।
अगले तीन-चार दिनों बाद वे गहरे स्लेटी रंग की पैंट और सफेद रंग की कमीज पहनकर सुरक्षा निगरानी करेंगे। दरअसल, बीएचयू में 23 सितम्बर की रात छात्राओं पर लाठीचार्ज की घटना के बाद उत्तर प्रदेश की वाराणसी पुलिस ने विश्वविद्यालय प्रशासन को गत 26 सितम्बर की शाम पांच बजे तक “पुलिस जैसी वर्दी” न पहनने का अनुरोध किया था।
साथ ही उसके इस्तेमाल करने पर कानूनी कार्रवाई करने की चेतावनी दी थी। इस आधार पर सुरक्षा कर्मियों ने निर्धारित समय सीमा के अंदर खाकी वाली वर्दी त्यागकर सामान्य पोशाक में अपनी ड्यूटी कर रहे हैं।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक आर0 के0 भारद्वाज का दावा है कि विश्वविद्यालय के प्रॉक्टोरियल सुरक्षाकर्मी “पुलिस जैसी पोशाक” पहनकर विद्यार्थियों एवं आम जनता से दुर्व्यवहार कर रहे थे, जिससे उत्तर प्रदेश पुलिस की छवि धूमिल हो रही थी। श्री भारद्वाज ने पिछले दिनों विश्वविद्यालय के कुलसचिव को भेजे पत्र में “दी प्राइवेट सिक्योरिटी एजेंसीज (रेगुलेशन) एक्ट 2005 की धारा 21” के प्रावधानों का हवाला देते हुए अनुरोध किया था कि “पुलिस की तरह दिखने वाली पोशाक” पहनना कानूनी प्रावधानाओं का उल्लंघन है।
उन्होंने याद दिलाया था कि इस एक्ट के तहत निजी सुरक्षा कर्मियों द्वारा पुलिस, आर्मी, नेवी और एयरफोर्स के समान वर्दी धारण न किये जाने का प्रावधान है।


