बीएचयू के नवनियुक्त कुलपति राकेश भटनागर आज अपना पदभार ग्रहण करेंगे
काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के नवनियुक्त कुलपति प्रो0 राकेश भटनागर आज अपना पदभार ग्रहण करेंगे

वाराणसी। काशी हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) के नवनियुक्त कुलपति प्रो0 राकेश भटनागर आज अपना पदभार ग्रहण करेंगे। संस्थान के सूचना एवं जनसंपर्क अधिकारी ने डॉ0 राजेश सिंह ने बताया कि राष्ट्रपति एवं विश्वविद्यालय के विजिटिर राम नाथ कोविंद ने गत 23 मार्च को जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय (जेएनयू) के प्रो0 भटनागर को यहां का 27वां कुलपति नियुक्ति किया था।
उन्होंने बताया कि पदभार ग्रहण करने से संबंधित सभी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई हैं। प्रो भटनागर नई दिल्ली से आज यहां पहुंचेंगे। काशी विश्वनाथ मंदिर और काल भैरव मंदिर में दर्शन-पूजन के बाद वह बीएचयू पहुंचेंगे, जहां भारत रत्न पंडित मदन मोहन मालवीय की प्रतिमा पर माल्यर्पण के बाद पदभार ग्रहण करेंगे।
प्रो0 भटनागर जेएनयू के स्कूल ऑफ बायोटेक्नोलॉजी में लगभग तीन दशकों से एसोसिएट प्रोफेसर एवं प्रोफेसर के तौर पर अध्यापन कार्य कर रहे थे। वह कुमाऊं विश्वविद्यालय के कुलपति (वर्ष 2012-13 में) सहित अनेक देशी-विदेशी शिक्षण संस्थाओं में कई महत्वपूर्ण पदों को सफलतापूर्वक संभाल चुके हैं।
उन्होंने वर्ष 1978 में उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित नेशनल शुगर इंस्टीट्यूट से पीएचडी (बॉयोकेमिस्ट्री) और इससे पहले वर्ष 1972 में कानपुर विश्वविद्यालय (कानपुर) से एमएससी (केमेस्ट्री) सहित की उपाधियां हासिल कीं। इसके बाद वह अमेरिका, फ्रांस और जर्मनी सहित अनेक देशी-विदेशी उच्च स्तरीय शिक्षण एवं शोध संस्थानों से विभिन्न स्तरों पर अध्यापन एवं शोध कार्यों से जुड़े रहे।
गौरतलब है कि महामना मालवीय द्वारा उत्तर प्रदेश की धार्मिक एवं सांस्कृतिक वर्ष 1916 में स्थापित बीएचयू के 26वें कुलपति प्रो0 गिरीश चंद्र त्रिपाठी के तीन वर्षों का कार्यकाल गत वर्ष 26 नवंबर में पूरा हो गया था। तब से यहां के कुलसचिव डॉ0 नीरज त्रिपाठी कार्यवाहक के तौर पर कुलपति की जिम्मेवारी संभाले हुए हैं। बीएचयू परिसर में गत वर्ष सितंबर में यहां की आंदोलनकारी छात्राओं पर पुलिस लाठी चार्ज की घटना से विवादों में घिरे प्रो0 त्रिपाठी को चौतरफा दबाव के बाद लगभग कार्यकाल पूरा होने से लगभग दो माह पूर्व छुट्टियों पर जाना पड़ा था।
गत वर्ष 21 सितंबर को एक छात्रा के साथ कथित छेड़छाड़ की घटना के बाद छात्र-छात्राओं ने बीएचयू के मुख्य द्वार पर लगातार कई दिनों तक धरना-प्रदर्शन किये थे। इसी दौरान 23 सितंबर की रात पुलिस लाठी चार्ज में कई छात्राएं गंभीर रुप से घायल हो गई थीं, जिसके छात्राओं का आंदोलन और तेज हो गया था। इस मामले की जांच विभिन्न स्तरों पर चल रही है।


