बेटों तुम भी बेटियों की बराबरी करो : शिवराज
भोपाल ! परीक्षा परिणाम घोषित करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम निजी स्कूलों से बेहतर रहा है।

भोपाल ! परीक्षा परिणाम घोषित करने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा सरकारी स्कूलों का परीक्षा परिणाम निजी स्कूलों से बेहतर रहा है। इस साल भी बेटियों ने बाजी मार ली। इनमें भी छोटे-छोटे गांवों, शहरों के बच्चों ने कमाल कर दिया। सभी को बधाई। उन्होंने छात्रों का आव्हान किया, कि वे भी मन लगाकर पढ़ें और बेटियों की बराबरी करने की कोशिश करें। उन्होंने कहा कि मेरी इच्छा थी कि इस बार सभी मेधावी बेटे-बेटियों को मुख्यमंत्री निवास बुलाकर सम्मान करूं। इसीलिए आज यहां परीक्षा परिणामों की घोषणा की गई है। श्री चौहान ने कहा कि जिन छात्रों के परिणाम अच्छे नहीं आए हैं, वे निराश ना हो। उनके लिये रूक जाना नहीं योजना बनाई गई है। इसके तहत उन्हें जून में होने वाली परीक्षा दूसरा मौका भी मिलेगा, ताकि उनकी आगे की पढ़ाई बाधित ना हो। उन्होंने बताया, कि सरकार ने निर्णय लिया है कि 75 फीसदी से ज्यादा अंक लाने वाले छात्र-छात्राओं द्वारा यदि प्रतियोगी परीक्षाओं में अच्छे अंक लाए जाते हैं और उनके माता-पिता गरीब है, तो उनकी फीस सरकार भरेगी। श्री चौहान ने कहा, कि शिक्षा ऋण की योजना भी ज्यादा सफल नहीं हो पाई, इस कारण यह निर्णय लिया गया है। उन्होंने कहा कि बेहतर परिणाम देने वाले शिक्षकों का सम्मान किया जायेगा लेकिन जिनकी स्कूल में उपस्थिति 70 प्रतिशत से कम होगी, उन पर काम नहीं-वेतन नहीं के आधार पर कार्रवाई की जायेगी। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने विद्यार्थियों को अंकसूची लेने, डुप्लीकेट अंकसूची बनवाने, पूरक परीक्षा के फार्म भरने, पुनर्गणना करने जैसी सुविधाओं के लिये एप का शुभारंभ किया। इस अवसर पर विभागीय मंत्री विजय शाह, दीपक जोशी, एसीएस एवं विभाग के प्रमुख सचिव एसआर मोहंती सहित कई अधिकारी और मेधावी विद्यार्थियों के अभिभावक उपस्थित थे।
दसवीं से एनसीसी अनिवार्य होगी
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने अगले शैक्षणिक सत्र 2017-18 से कक्षा दसवीं से एनसीसी पाठ्यक्रम अनिवार्य रूप से लागू करने का ऐलान किया है। मध्यप्रदेश माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा आयोजित 12वीं और 10वीं के नतीजे मुख्यमंत्री आवास पर आयोजित समारोह में घोषित करते हुए शुक्रवार को मुख्यमंत्री चौहान ने कहा, शिक्षण सत्र 2017-18 से दसवीं में एनसीसी पाठयक्रम अनिवार्य रूप से लागू किया जाएगा। शैक्षणिक सत्र 2018-19 से ग्यारहवीं और 2019-20 से 12वीं में लागू किया जाएगा।


