भारत बंद : सबसे अधिक असर बिहार में सरकार ने मांगा दो दिन का समय
दलित और आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर आज सबसे अधिक बिहार में देखा गया

नई दिल्ली। दलित और आदिवासी संगठनों द्वारा बुलाए गए भारत बंद का असर आज सबसे अधिक बिहार में देखा गया, बंद को आरजेडी के अलावा सपा, बसपा समेत कई विपक्षी दलों ने समर्थन दिया है। बिहार में सड़क यातायात बाधिक रहा, वहीं कई स्थानों पर रेल रोकी गई। बंद का असर बाकी राज्यों में भी छुटपुट देखने को मिला, जगह-जगह आंदोलनकारियों ने रैलियां निकाली, राजधानी दिल्ली में मंडी हाउस से रैली निकाली गई। इसी बीच सरकार ने दलित संगठनों से दो दिन का समय देने की मांग की है, मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने कहा है, कि सरकार 13 बिंदु रोस्टर पर शीघ्र ही अध्यादेश लाएगी।
The @narendramodi government is in favour of 200 point roster & we are going to give it. I want to assure the university community that justice will be done. @narendramodi Govt stands for social justice. pic.twitter.com/Ibu4vhbZYd
— Prakash Javadekar (@PrakashJavdekar) March 5, 2019
बंद आदिवासियों को बेदखल करने और 13 प्वाइंट रोस्टर के नाम पर आरक्षण खत्म करने की कोशिश के खिलाफ है। आदिवासियों और विश्वविद्यालय शिक्षकों का यह भारत बंद जारी है। भारत बंद का असर बिहार में दिखने लगा है, बंद समर्थकों ने कहीं ट्रेन रोकी है तो कहीं सड़क यातायात को भी बाधित किया है.

आरा में ट्रेन रोक रहे 10 से ज्यादा आइसा कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में लिया। आइसा कार्यकर्ताओं ने अहमदाबाद-पटना ट्रेन के परिचालन को बाधित किया था। नवादा में भीम आर्मी के कार्यकर्ताओं के द्वारा पटना-रांची एनएच 31 को जाम कर जमकर प्रदर्शन किया गया।


प्रदर्शन के कारण एनएच 31 पर दोनों तरफ वाहनों की लंबी कतार लग गई। समर्थकों का कहना है कि जबतक इस 13 रोस्टर पॉइंट को वापस नही ले लिया जाता आंदोलन जारी रहेगा। जहानाबाद में राजद कार्यकर्ताओं ने पटना-गया रेलखंड पर जहानाबाद स्टेशन के निकट रेलवे ट्रैक पर आगजनी कर पटना से रांची जा रही जनशताब्दी एक्सप्रेस को रोक दिया। सुबह से ही बंद को लेकर राजद कार्यकर्ताओं ने स्टेशन गेट के निकट एनएच 83 को भी रोक कर आवागमन ठप कर दिया और सरकार के विरोध जमकर नारेबाजी की प्रदर्शन कर रहे हैं। इसी बीच आरजेडी नेता तेजस्वी यादव ने आरोप लगाया कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान दलितों के नाम पर कलंकित राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने विश्वविद्यालयों में वंचितो का आरक्षण समाप्त कर दिया। जातिगत जनगणना के आंकड़े छिपा लिए। निजी क्षेत्र में आरक्षण लागू नहीं किया।
बिहार के अलावा झारखंड, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, कर्नाटक, महाराष्ट्र, छतीसगढ़, पंजाब ,तेलंगाना, तमिलनाडु, अंडमान, हिमाचल, नागालैंड में भी बंद का असर दिख रहा है। कई जगहों पर सड़कें जाम करने और ट्रेन सेवा बाधित करने की खबरें हैं।


इस बीच, केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री प्रकाश जावड़ेकर ने आंदोलनकारियों से भारत बंद वापस लेने की अपील की है. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय को एक यूनिट माना जाएगा और सरकार 200 प्वाइंट रोस्ट के पक्ष में है। जावड़ेकर ने आंदोलनकारियों से कहा कि दो दिन के बाद उन्हें जरूर न्याय मिलेगा।


