भारत बंद पड़ेगा बीजेपी पर भारी ,मिला पूरे विपक्ष का समर्थन
किसानों के लिए विपक्ष हुआ एकजुट

कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन अब एक नया रूप लेता जा रहा है. किसानों के प्रदर्शन में अब राजनीति को घुसाया जा रहा है. यानी भारत बंद को कांग्रेस सही कई विपक्षी पार्टियों का समर्थन तो पहले ही मिल चुका था और अब मायावती ने भी साफ कर दिया कि किसानों के भारत बंद को उनकी पार्टी भी समर्थन देगी. इसके अलावा राजद नेता तेजस्वी यादव ने भी ऐलान किया था कि किसानों के भारत बंद को उनका पूरा समर्थन है. साथ ही आंध्र प्रदेश सरकार संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में 27 सितंबर को बुलाए गए 'भारत बंद' को पूर्ण समर्थन देगी। गौरतलब है कि वाम दलों, तेलुगू देशम पार्टी ने पहले ही भारत बंद को अपना समर्थन देने की घोषणा की है। दरअसल किसानों को तीन कृषि कानून के खिलाफ प्रदर्शन करते आज 10 महीने पूरे हो गए हैं ... किसान मोदी सरकार के द्वारा लाए गए तीन कृषि कानून के विरोध में दिल्ली की तीन सीमाओं पर डटे हुए हैं.. लेकिन मोदी सरकार ने साफ कर दिया है कि वो कानून को रद्द नहीं करेगी. केंद्र सरकार पर दबाव बनाने के लिए किसानों ने अब 27 सितंबर को भारत बंद बुलाया है... जिसे विपक्षियों का भी समर्थन मिलता दिख रहा है. .. अब मायावती के ऐलान के बाद से माना जा रहा है कि यूपी चुनावों को देखते हुए ही उन्होंने ये घोषणा की है. ऐसे में उत्तरप्रदेश में बीजेपी की मुश्किलें और बढ़ सकती हैं. मायावती भारत बंद के समर्थन की घोषणा कर जाटों को साधने की कोशिश कर रही हैं. अब देखना होगा कि किसानों को मिल रहे इस समर्थन से क्या डर जाएगी सरकार? क्योंकि विपख के एकजुट होने से चुनावों में बीजेपी के लिए परेशानी कड़ी होना तय है.


