विश्व सेवा-सत्संग दिवस पर भंडारा
समूचे विश्व में प्रत्येक वर्ष परम पूज्य संत आशारामजी बापू के शिष्य अपने सद्गुरुदेव का जन्मोत्सव 'विश्व सेवा सत्संग दिवस के रूप में मनाते हैं...

रायपुर। समूचे विश्व में प्रत्येक वर्ष परम पूज्य संत आशारामजी बापू के शिष्य अपने सद्गुरुदेव का जन्मोत्सव 'विश्व सेवा सत्संग दिवस के रूप में मनाते हैं। इस पर्व निमित्त रायपुर के अनेकानेक स्थानों में बापूजी के शिष्यों द्वारा भंडारे, शीतल जल, शरबत वितरण, गरीबों में टोपी वितरण, संकीर्तन यात्रा इत्यादि सेवाकार्य नियमित चल रहे हैं।
आज राममंदिर मार्ग स्थित 'संत आशारामजी आश्रम के संचालक रजत भाई ने बताया की आश्रम में सेवा सत्संग दिवस मनाया गया। कार्यक्रम की शुरुआत सुबह 9 बजे हुई। दोपहर 12 बजे(जो पूज्य बापूजी का जन्म समय है) 82 दीप प्रज्वलित कर, भजन संकीर्तन की धुनों पर झूमते हुए आनंदोत्सव मनाया गया। उसके बाद सभी श्रद्धालुओं ने आश्रम परिसर में भंडारे प्रसादी का लाभ लिया। राममंदिर मार्ग के राहगीरों के लिए भी प्रसादी एवं शर्बत की व्यवस्था की गयी व विश्व शांति के लिए यज्ञ का आयोजन हुआ। बड़ी संख्या में साधकों ने भाग लिया।
आज विश्व के सामने खड़ी अनेक समस्याओं का समाधान समाज की नि:स्वार्थ भाव से सेवा करने से ही सम्भव है। इसका उद्घोष एवं सफल भगीरथ प्रयास किया है। आशारामजी बापू ने । उनका यह प्रयास आज विश्वव्यापी अभियान का रूप ले चुका है। पूज्य बापूजी से प्रेरणा पाकर उनके करोड़ो शिष्य अपने सद्गुरुदेव के अवतरण-दिवस को 'विश्व सेवा-सत्संगÓ दिवस के रूप में पिछले अनेक वर्षों से मनाते आ रहे हैं।


