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सेना पर भागवत का बयान चिंताजनक : ओवैसी

ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने आरएसएस के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान को चिंताजनक बताया जिसमें भागवत ने कहा था कि आरएसएस तीन दिन में सेना खड़ी कर सकता है

सेना पर भागवत का बयान चिंताजनक : ओवैसी
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हैदराबाद। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहाद-उल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने मंगलवार को राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के प्रमुख मोहन भागवत के उस बयान को चिंताजनक बताया जिसमें भागवत ने कहा था कि आरएसएस तीन दिन में सेना खड़ी कर सकता है। हैदराबाद के सांसद ने कहा कि इस संदेश को गहनता से देखने की जरूरत है क्योंकि इसके कई अर्थ निकलते हैं। उन्होंने भागवत से यह स्पष्ट करने के लिए कहा कि एक सांस्कृतिक संगठन अपने सदस्यों को सैन्य प्रशिक्षण कैसे दे सकता है।

आरएसएस प्रमुख ने कहा था कि उनका संगठन अपने सदस्यों को तीन दिन में सेना की तरह तैयार कर सकता है जबकि सेना को तैयार करने के लिए छह से सात महीने लगेगा।

ओवैसी ने कहा, "कोई कैसे किसी कैडर की तुलना भारतीय सेना से कर सकता है। देश के लिए जान देने वाले हमारे बहादुर सैनिकों से किसी की तुलना नहीं हो सकती।"

एमआईएम नेता ने कहा, "क्या वह जानते हैं कि भारतीय सैनिक तैयार करने के लिए किन परिस्थितियों से गुजरना पड़ता है।"

ओवैसी ने कहा कि अगर आरएसएस प्रमुख अपनी क्षमता को लेकर इतने आश्वस्त हैं तो उन्हें सीमा पर जाकर उनका नेतृत्व करना चाहिए।

जम्मू में सैन्य शिविर पर हुए आतंकवादी हमले पर उन्होंने कहा, "हमने पिछले आतंकवादी हमलों से सीख नहीं ली।"

उन्होंने कहा कि आतंकवादियों ने 2003 में सुंजुवान में हमला किया था और इसके बाद पठानकोट, उरी और नगरोटा हमलों से भी सबक नहीं लिया गया।

उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) से पूछा कि इन बातों की जिम्मेदारी कौन लेगा। उन्होंने पूछा कि क्या यह खुफिया ब्यूरो की भी असफलता नहीं है।

उन्होंने कहा कि सात सैनिक शहीद हो गए, जिनमें पांच कश्मीरी मुस्लिम थे, भारतीय और कश्मीरी मुसलमानों की देशभक्ति पर सवाल उठाने वाले टीवी चैनल अब चुप क्यों हैं।

ओवैसी ने कहा कि यहां तक कि प्रधानमंत्री ने भी जम्मू हमले पर कोई ट्वीट नहीं किया।

जम्मू व कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती द्वारा पाकिस्तान से बातचीत करने की बात पर उन्होंने कहा कि इस पर मोदी को प्रतिक्रिया देनी चाहिए।

उन्होंने कहा, "जम्मू व कश्मीर में भाजपा और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के गठबंधन वाली सरकार है। जब उनके मुख्यमंत्री ने यह मांग उठाई है तो भाजपा को बताना चाहिए कि उसका क्या विचार है।"

मंगलवार को रामराज्य रथ यात्रा के शुरू होने पर ओवैसी ने कहा कि यह सब लोगों का ध्यान रोजगार, जीएसटी, बढ़ते आतंकवादी हमलों से हटाने के लिए है।


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