बेतिया : जूनियर चिकित्सकों की हड़ताल से तड़पते रहे मरीज
बेेतिया में इलाज के दौरान एक युवक की हुई मौत से उग्र परिजनों के दुर्व्यव्हार से नाराज जूनियर चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण ईलाज के अभाव में मरीज तड़पते रहे

बेतिया। बिहार में पश्चिम चम्पारण जिले में राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय, बेेतिया में इलाज के दौरान एक युवक की हुई मौत से उग्र परिजनों के दुर्व्यव्हार से नाराज जूनियर चिकित्सकों के हड़ताल पर चले जाने के कारण ईलाज के अभाव में मरीज तड़पते रहे।
जिले के नौतन थाना क्षेत्र के शिवराजपुर निवासी बाबूराम सिंह के 30 वर्षीय पुत्र राकेश सिंह को गुरूवार की शाम सांप ने काट लिया। युवक की स्थिति बिगड़ते देख परिजन उसे लेकर राजकीय चिकित्सा अस्पताल के आपातकालीन वार्ड में पहुंचे, जहां कोई भी सीनियर डॉक्टर उपस्थित नहीं था। आपातकालीन वार्ड में मेडिकल कॉलेज के सीनियर छात्र ही उपस्थित थे। अस्पताल में मौजूद चिकित्सकों ने इलाज शुरू किया लेकिन इस दौरान राकेश की मौत हो गयी।
इस बीच युवक की मौत की सूचना मिलते ही उसके परिजन उग्र हो गये और चिकित्सकों से उलझ गये। परिजनों का आरोप लगाया कि जूनियर डाक्टरों की लापरवाही एवं गलत इलाज के कारण युवक की मौत हो गई। परिजनों और चिकित्सकों के बीच तीखी नोक-झोंक हो गयी। सूचना पाकर घटना स्थल पर पहुंची पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने के लिए हल्का बल प्रयोग किया जिसके बाद जूनियर चिकित्सकों ने पुलिस पर थप्पड़ मारने का आरोप लगाते हुए देर रात से ही हड़ताल की घोषणा कर दी ।
मेडिकल कॉलेज के छात्र छात्राओं ने आज सुबह से आपातकालीन, शल्य कक्ष एवं ओपीडी में ताला मारकर जमकर हंगामा किया और पुलिस एवं ज़िला प्रशासन के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। इस बीच हड़ताल के कारण अस्पताल में भर्ती मरीज़ चिकित्सा एवं दवा के भाव में तड़पते रहे। वहीं सुदूर ग्रामीण इलाकों से आए मरीज़ चिकित्सा के अभाव में तड़पते रहे।


