Top
Begin typing your search above and press return to search.

बेंगलुरु भगदड़ हादसा : ललित मोदी ने की आरसीबी और सरकार की आलोचना, कहा- ऐसा नहीं होना चाहिए था

इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी ने बेंगलुरु भगदड़ मामले को लेकर आरसीबी और कर्नाटक सरकार की आलोचना की। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की

बेंगलुरु भगदड़ हादसा : ललित मोदी ने की आरसीबी और सरकार की आलोचना, कहा- ऐसा नहीं होना चाहिए था
X

नई दिल्ली। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के पूर्व अध्यक्ष ललित मोदी ने बेंगलुरु भगदड़ मामले को लेकर आरसीबी और कर्नाटक सरकार की आलोचना की। साथ ही उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति अपनी संवेदना व्यक्त की।


दरअसल, बेंगलुरु में इस महीने की शुरुआत में आरसीबी की विजय परेड के दौरान भगदड़ मच गई थी, जिसमें 11 लोगों की मौत हो गई और कई अन्य घायल हो गए। आरसीबी की पहली आईपीएल ट्रॉफी जीत के बाद, 4 जून को हजारों फैंस एम. चिन्नास्वामी स्टेडियम के बाहर जमा हुए थे, लेकिन भीड़ भाड़ के कारण स्थिति बेकाबू हो गई और प्रशंसकों के स्टेडियम में जबरदस्ती घुसने की कोशिश के चलते भगदड़ मच गई थी।

ललित मोदी ने पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त की और इस घटना को गंभीर कुप्रबंधन का मामला बताया।

ललित मोदी ने आईएएनएस से कहा, "मैं सबसे पहले भगदड़ में अपने प्रियजनों की जान गंवाने वाले परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करता हूं। ऐसा कभी नहीं होना चाहिए था। यह आयोजन पूरी तरह से खराब प्लानिंग और प्रबंधन का नतीजा था। लोग एक-दूसरे पर आरोप लगा रहे हैं, लेकिन बात साफ है कि बिना उचित व्यवस्था के इस आयोजन की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए थी। प्रशासन विफल रहा और टीम प्रबंधन को भी जश्न में भाग लेने से पहले प्रशंसकों की सुरक्षा सुनिश्चित करनी चाहिए थी।"

उन्होंने दुर्घटना की आलोचना करते हुए आगे कहा, "जो गरीब प्रशंसक मरे या घायल हुए हैं, वे केवल खेल और अपनी टीम के प्रति जुनूनी थे। वे इससे बेहतर के हकदार थे। यह त्रासदी आरसीबी फ्रेंचाइजी और जश्न में शामिल खिलाड़ियों को हमेशा सताएगी। मेरी बात याद रखें कि एक भी मौत या चोट अस्वीकार्य है। जिम्मेदार लोगों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए।"

ललित मोदी ने प्रशंसकों की सुरक्षा और जवाबदेही पर जोर देते हुए कहा कि फैंस की जान और भलाई की कीमत सबसे ऊपर होनी चाहिए, लेकिन दुख की बात है कि ऐसा लगता है कि किसी को वास्तव में परवाह नहीं है। सरकार को इस आयोजन को सुरक्षित ढंग से कराने के लिए और अधिक इंतजाम करना चाहिए था। हमने भारत में बड़े आयोजनों को सफलतापूर्वक होते देखा है, फिर यह आयोजन क्यों सफल नहीं हुआ?"


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it