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ममता के राज में बंगाल सलामत नहीं है: अमित शाह

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर लगाये जा रहे आरोप मनगढ़ंत एवं आधारहीन हैं और इसका उद्देश्य अवैध घुसपैठ को

ममता के राज में बंगाल सलामत नहीं है: अमित शाह
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कोलकाता। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) अध्यक्ष अमित शाह ने आज कहा कि तृणमूल कांग्रेस के राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) को लेकर लगाये जा रहे आरोप मनगढ़ंत एवं आधारहीन हैं और इसका उद्देश्य अवैध घुसपैठ को रोकना मात्र है।





शाह ने यहां एक रैली को संबोधित करते हुए कहा कि तृणमूल कांग्रेस का एनआरसी का विरोध करते हुए इसके जरिए हिन्दू शरणार्थियों को भी निशाना बनाये जाने संबंधी आरोप मनगढ़ंत एवं आधारहीन हैं। उन्होंने कहा कि शरणार्थियों को यहां रखने की जिम्मेदारी भारत सरकार की है।





उन्होंने कहा कि विरोध की परवाह किये बिना एनआरसी अभियान जारी रखा जायेगा क्योंकि एनअारसी ही एक मात्र तरीका है जिससे घुसपैठ रोकी जा सकती है। उन्होंने अपने इस बयान का रैली में शामिल हुए लोगों से समर्थन मांगा जिस पर पूरे उत्साह से लोगाें ने हामी भरी।

उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार एक विधेयक लायी है जिससे यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि अफगानिस्तान, पाकिस्तान और बंगलादेश से आये हिन्दू, ईसाई और सिख शरणार्थियों को मानवीय आधारों पर देश की नागरिकता प्रदान की जाये।



गौरतलब है कि भाजपा नेता कहते रहे हैं कि शरणार्थियों और घुसपैठियों में अंतर है।

मोदी सरकार नागरिक (संशोधन) विधेयक, 2016 लायी है। सरकार चाहती है कि अवैध रूप से देश में प्रवेश करने वाले दूसरी तरह से परिभाषित किये जाएं। लोकसभा की संयुक्त संसदीय समिति विधेयक की पड़ताल कर रही है।

शाह ने कहा कि हिंसा की राजनीति तृणमूल कांग्रेस की कोई मदद नहीं कर पायेगी। वाम दलों का शासन भी हिंसा में विश्वास करता था जिसे अंतत: जाना पड़ा। स्वामी विवेकानंद और श्यामा प्रसाद मुखर्जी की इस धरती पर अब भाजपा की सरकार बनाने का सबसे उपयुक्त समय है।



उन्होंने कहा कि वह पूरे राज्य का दौरा करेंगे और तृणमूल कांग्रेस को उखाड़ फेंकने का अभियान चलायेंगे। वाम दल,तृणमूल कांग्रेस और कांग्रेस पश्चिम बंगाल में अपेक्षित विकास नहीं कर सकी हैं। उन्होंने कहा, “ नरेन्द्र मोदी को एक मौका दीजिए और नतीजा देखिए।”
शाह ने तृणमूल के भाजपा विरोधी पोस्टरों को लेकर उसकी कड़ी आलोचना की और कहा कि भाजपा बंगाल विरोधी नहीं है लेकिन निश्चित रूप से वह ममता बनर्जी और तृणमूल शासन के दौरान हिंसा की राजनीति के खिलाफ है।

उन्होंने कहा, “ हम बंगाल विरोधी कैसे हो सकते हैं, हमारी पार्टी के संस्थापक श्यामा प्रसाद मुखर्जी थे। ” रैली में भाजपा के कई वरिष्ठ नेताओं सहित एस एस अहलूवालिया, बाबुल सुप्रियो, दिलीप घोष, पूनम महाजन और मुकुल राॅय भी शामिल हुए।



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