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बंगाल फेनी आपदा से निपटने के लिए तैयार : ममता बनर्जी

पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि राज्य भयावह चक्रवाती तूफान फानी से निपटने के लिए तैयार

बंगाल फेनी आपदा से निपटने के लिए तैयार : ममता बनर्जी
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कोलकाता । पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने आज कहा कि राज्य भयावह चक्रवाती तूफान फानी से निपटने के लिए तैयार है। फानी राज्य के छह दक्षिणी जिलों को प्रभावित कर सकता है।

ममता बनर्जी ने लोगों से सर्तक रहने और दहशत में नहीं आने का आग्रह किया।

चक्रवात से शुक्रवार सुबह ओडिशा के पूर्वी तट पर पहुंचा। करीब 200 किमी प्रति घंटे की रफ्तार वाली हवाओं और भारी से बहुत भारी बारिश से व्यापक नुकसान होने के बावजूद अबतक किसी जन हानि की कोई सूचना नहीं है।

यह अब कोलकाता के दक्षिणपश्चिम से 418 किमी व पूर्वी मिदनापुर जिले के दक्षिणपश्चिम से 364 किमी दूर है।

पश्चिम बंगाल के गंगातटीय क्षेत्र के छह जिलों के इससे प्रभावित होने की संभावना है। इसमें पूर्व व पश्चिम मिदनापुर, उत्तर व दक्षिण 24 परगना, हावड़ा व कोलकाता शामिल हैं।

ममता ने कहा, "मैं लगातार स्थिति पर नजर रख रही हूं। हमारी पार्टी ने सभी राजनीतिक कार्यक्रम व चुनावी प्रचार अभियान अगले 48 घंटों के लिए रद्द कर दिए हैं। मैंने कोलकाता के मेयर फरहाद हकीम को सभी कार्यो को रद्द करने व आपदा प्रबंधन टीमों के साथ समन्वय में कार्य करने को कहा है।"

ममता पार्टी के एक पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के लिए पश्चिम मिदनापुर जिले के खड़गपुर में थीं।

उन्होंने कहा, "मैं लोगों से सर्तक रहने व दहशत में नहीं आने का आग्रह करती हूं।"

उन्होंने कहा, "हमारा प्रशासन आसन्न आपदा से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है। संबंधित जिलों में राहत सामग्री भेजी गई है और एनडीआरएफ कर्मियों की तैनाती की गई है। मैं लोगों से घरों में बने रहने व जलाशयों व बिजली के खंभों से दूर रहने की अपील करती हूं।"

उन्होंने कहा, "नगर निकायों द्वारा असुरक्षित श्रेणी के तहत पहचान किए गए घरों में रह रहे लोगों को अगले दो दिनों तक आपदा के खत्म होने तक कही अन्य शरण लेना चाहिए।"

बंगाल प्रशासन ने तटवर्ती क्षेत्रों के लिए हाई अलर्ट जारी किया है और कच्चे घरों में रह रहे लोगों को क्षेत्र के चक्रवात आश्रयगृहों व स्कूली इमारतों में जाने के लिए कहा है।

सभी एहतियाती उपाय जैसे हवाईअड्डों पर उड़ानों को रद्द करना, ट्रेनों को रद्द करना व जल परिवहन सेवाओं को रोकने के कदम उठाए गए हैं।


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