Top
Begin typing your search above and press return to search.

बंगाल भाजपा की नजर ममता के निर्वाचन क्षेत्र पर, आउटरीच रणनीति की रूपरेखा तैयार की

पश्चिम बंगाल में भाजपा ने दक्षिण कोलकाता में केवल भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक विशेष दोतरफा आउटरीच कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है

बंगाल भाजपा की नजर ममता के निर्वाचन क्षेत्र पर, आउटरीच रणनीति की रूपरेखा तैयार की
X

कोलकाता। पश्चिम बंगाल में भाजपा ने दक्षिण कोलकाता में केवल भवानीपुर विधानसभा क्षेत्र पर ध्यान केंद्रित करते हुए एक विशेष दोतरफा आउटरीच कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार की है। इस क्षेत्र का प्रतिनिधित्व इस समय मुख्यमंत्री ममता बनर्जी कर रही हैं। राजनीतिक पर्यवेक्षकों को लगता है कि यह निर्वाचन क्षेत्र-विशिष्ट आउटरीच कार्यक्रम पश्चिम बंगाल विधानसभा में विपक्ष के नेता द्वारा संचालित किया जाएगा। शुभेंदु अधिकारी स्पष्ट रूप से मुख्यमंत्री का ध्यान समग्र प्रशासनिक जिम्मेदारियों और राज्यव्यापी राजनीतिक गतिविधियों की ओर दिलाने में लगे हैं, ताकि उनका ध्यान अपने स्वयं के विधानसभा क्षेत्र से हटा रहे।

भाजपा की राज्य कमेटी के एक सदस्य के अनुसार, रणनीति का पहला हिस्सा 2014 से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यो का प्रचार अभियान होगा।

राज्य समिति के एक सदस्य ने कहा, भवानीपुर के मतदाताओं के बीच विशेष पुस्तिकाएं जारी और वितरित की जाएंगी। निर्वाचन क्षेत्र की महानगरीय प्रकृति को देखते हुए पुस्तिकाएं छह अलग-अलग भाषाओं, बांग्ला, हिंदी, अंग्रेजी, मैथिली, गुजराती और गुरुमुखी में मुद्रित की जाएंगी।

रणनीति का दूसरा हिस्सा इस साल निर्वाचन क्षेत्र में एक सामुदायिक दुर्गा पूजा आयोजित करना होगा, जिसे पार्टी की राज्य इकाई द्वारा प्रायोजित किया जाएगा।

उन्होंने कहा, पश्चिम बंगाल और बंगालियों का सबसे बड़ा त्योहार जनसंपर्क कार्यक्रमों के लिए एक आदर्श समय और अवसर है और इसलिए इस साल हम भवानीपुर में एक सामुदायिक दुर्गा पूजा का आयोजन करेंगे।

भवानीपुर में परिणाम 2014 से काफी उतार-चढ़ाव वाला रहा है। 2014 के लोकसभा चुनावों में इस निर्वाचन क्षेत्र ने भाजपा उम्मीदवार को मामूली बढ़त दी थी। हालांकि, 2016 के विधानसभा चुनाव में ममता बनर्जी ने 25,000 से अधिक मतों के बड़े अंतर से जीत हासिल की थी।

2019 के लोकसभा चुनाव में फिर से तृणमूल कांग्रेस का लीड मार्जिन 4,000 वोटों से कम हो गया। हालांकि, 2021 के विधानसभा चुनाव में उसी विधानसभा क्षेत्र से सत्ताधारी दल की जीत का अंतर बढ़कर 55,000 वोटों से अधिक हो गया।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it