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कर्ज से परेशान होकर ही की थी आत्महत्या

मृतक किसान की पत्नी, मां एवं भाई ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कर्ज से परेशान होकर उसने आत्महत्या किया था

कर्ज से परेशान होकर ही की थी आत्महत्या
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बैंक में राशि जमा थी तो गोपनीय क्यों रखा गया
किसान की मौत मामले में जकांछ के जांच दल के सामने परिजनों ने रखी बात
पेण्ड्रा। मरवाही के पिपरिया गांव के आदिवासी किसान सुरेश सिंह मराबी की आत्महत्या की जांच के लिए गठित किये गए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ के जांचदल के समक्ष मृतक किसान की पत्नी, मां एवं भाई ने स्पष्ट तौर पर कहा कि कर्ज से परेशान होकर उसने आत्महत्या किया था।

मृतक पर कर्ज नहीं होने और उसके खाते में बीमा की राशि जमा होने के प्रशासन के रिपोर्ट पर परिजनों ने जमकर भड़ास निकालते हुए कहा कि यदि उनके खाते में इतनी बड़ी रकम डाली गई तो इसे गोपनीय रखकर सुरेश को आत्महत्या के लिए मजबूर क्यों किया गया।

7 जून को मरवाही के पिपरिया गांव के आदिवासी किसान 39 वर्षीय सुरेश सिंह मराबी पिता स्व. निरंजन सिंह मराबी के द्वारा कर्ज से परेशान होकर अपने ससुराल ग्राम कुदरी में फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया गया था।

उसके परिजनों ने आरोप लगाया था कि उसने सहकारी बैंक के 150606 रुपये एवं 28621 रुपये के कर्ज पटाने की नोटिस से मानसिक रूप से परेशान होकर आत्महत्या किया था जबकि प्रशासन ने अपनी रिपोर्ट में दावा किया है कि उसके खाते में बीमा की राशि जमा करने के बाद उस पर अब कोई कर्ज नहीं है।

इस मामले में किसान के आत्महत्या के कारणों का पता लगाने के लिए जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ ;जेद्ध द्वारा जांच समिति गठित की है। समिति के सदस्य रविवार को मृतक के घर जाकर मृतक की पत्नी, मां, भाई तथा ग्रामीण एवं सरपंच का बयान लिए तथा बैंक द्वारा दिये गए कर्ज अदायगी के दस्तावेजों की जांच की गई।

जांच में मृतक के परिजनों ने बताया कि उनमें शासन और प्रशासन के विरुद्ध आक्रोश है क्योंकि प्रशासन ने आत्महत्या के दूसरे दिन यह रिपोर्ट दे दिया कि मृतक पर कोई कर्ज नहीं था इसलिए आत्महत्या का कारण कर्ज नहीं है। परिजनों का कहना है कि यदि कर्ज नहीं था तो नोटिस क्यों भेजा जाता था और यदि फसल बीमा की राशि मृतक के खाते में आयी तो उसे गोपनीय क्यों रखा गया।

जांच समिति के समक्ष परिजनों के सम्पूर्ण बयान एवं दस्तावेज से स्पष्ट नजर आ रहा है कि सुरेश सिंह द्वारा बैंक के कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या किया गया है।

जिस रिपोर्ट को जांच समिति जल्द ही जकांछ सुप्रीमों अजीत जोगी को सौपेगी। किसान की आत्महत्या की जांच के दौरान जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ जे के द्वारा बनाई जांच समिति के सदस्य लोकसभा प्रभारी ज्ञानेन्द्र उपाध्याय, नगर पंचायत पेण्ड्रा की अध्यक्ष अरुणा गणेश जायसवाल, जनपद पंचायत मरवाही की अध्यक्ष देवकी ओट्टी, उपाध्यक्ष रामशंकर राय, गीता नेताम, विश्वम्भर गुलहरे, शिवनारायण तिवारी, बुंदकुवर सिंह मास्को, लालता सिंह उपस्थित थे।


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