स्कूल बंद होने से पहले धरमपुर के शिक्षकों ने तैयार कर लिया पढ़ाई का कोना
विश्वव्यापी कोरोना संकट के कारण पहले लगभग पौने दो साल तक स्कूल बंद थे

महासमुंद। विश्वव्यापी कोरोना संकट के कारण पहले लगभग पौने दो साल तक स्कूल बंद थे। कोरोना की धीमी होती रफ़्तार के बीच स्कूल खोलें गए और पढ़ाई शुरू की गई थी। किंतु संभावित तीसरी लहर नए वेरिएंट ओमिक्रॉन के कारण बच्चों की बेहतर स्वास्थ्य सुरक्षा के कारण शुक्रवार से स्कूलों को फिर से बंद करने का आदेश दिया गया है।
लेकिन बागबाहरा विकासखण्ड के शासकीय प्राथमिक विद्यालय धरमपुर के शिक्षकों ने पालक मीटिंग बुलाई और ऐसी योजना बनाई कि स्कूल बंद होने के बावजूद भी बच्चे पढ़ाई से दूर न हो, क्योंकि वर्तमान में शिक्षकों को पहले से अधिक मेहनत करना पड़ रहा है। यहां के शिक्षकों, पूर्व छात्रों व पालकों एवं ग्रामीणों ने मिलकर बच्चों के घरों में पढ़ाई का कोना तैयार किया। घरों के बाहर वार्ड क्रमांक 01 धरमपुर में 10 ब्लैक बोर्ड भी बना दिया ताकि बच्चों को अपने घर तथा समुदाय के मध्य भी पढ़ाई का माहौल मिल सके।
27 जनवरी को जैसे ही विद्यालय बंद होने के आदेश आने के पूर्व वहां के प्रधान पाठक रिंकेल बग्गा व सहायक शिक्षक जनक राम धु्रव ने बच्चों के साथ मिलकर बच्चों के घरों में पढ़ाई का कोना तैयार कर लिया था। पालकों का एक अलग व्हाट्सएप गु्रप भी बनाया गया ताकि सूचना का आदान.प्रदान हो सकें व बच्चों को गृहकार्य भी दिया जा सके। पढ़ाई के दौरान कोविड गाइड लाइन का पूरा ध्यान रखा गया है।


