मधुमक्खियों ने 10 छात्रों को किया घायल,दो गंभीर
केन्द्रीय विद्यालय कुसमुंडा में आज सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब विद्यालय परिसर में स्थित छत्ते में से निकलकर मधुमक्खियों ने विद्यार्थियों पर हमला कर दिया
कोरबा-कुसमुंडा। केन्द्रीय विद्यालय कुसमुंडा में आज सुबह उस समय अफरा-तफरी मच गई जब विद्यालय परिसर में स्थित छत्ते में से निकलकर मधुमक्खियों ने विद्यार्थियों पर हमला कर दिया। इस घटना से 10 विद्यार्थी प्राभावित हुए हैं। एक की हालत गंभीर होने पर उपचार के लिए एनसीएच गेवरा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
जानकारी के अनुसार बुधवार सुबह लगभग 11 बजे आदर्श नगर कुसमुंडा स्थित केन्द्रीय विद्यालय में विद्यार्थियों पर मधुमक्खियों ने हमला कर दिया। स्कूल परिसर में काफी पुराना मधुमक्खी का छत्ता लगा हुआ था। मधुमक्खी के छत्ते वाले क्लास रूम का खिड़की खोलने से तेज आवाज हुई और एकाएक मधुमक्खियों का रेला विद्यार्थियों पर टूट पड़ा। इससे बचने के लिए विद्यार्थी इधर-उधर भागने लगे और स्कूल में अफरा-तफरी की स्थिति निर्मित हो गई। शिक्षकों ने बच्चों को किसी तरह बचाया।
इस घटना में 10 बच्चे मधुमक्खियों के डंक का शिकार हो गए जिसमें से एक छात्रा विद्या सिंह की हालत नाजुक बनी हुई है। इधर स्कूल मेेंं मधुमक्खियों के हमले की खबर सोशल मिडिया में वायरल होते ही यहां पढ़ने वाले बच्चों के परिजन भागे-भागे स्कूल पहुंचे। गेट के बाहर परिजनों की भीड़ भी जमा हो गई थी। स्कूल प्रबंधन ने अभिभावकों को जानकारी दी कि कोई बड़ी घटना नहीं हुई और सभी बच्चे सही सलामत हैं। तब जाकर परिजनों ने राहत की सांस ली। हालांकि गंभीर दो बच्चों के अभिभावकों की चिंता बनी हुई है।
सीएसपी पहुंचे स्कूल
घटना की सूचना मिलते ही दर्री सीएसपी सुखनंदन राठौर और कुसमुंडा थाना प्रभारी एमबी पटेल बच्चों का कुशल क्षेम जानने स्कूल पहुंचे। यहां सीएसपी ने बच्चों से मुलाकात की तथा हालात का जायजा लिया।
बताया जाता है कि स्कूल परिसर में काफी पुराना मधुमक्खी का छत्ता लगा हुआ है। यह बात अलग है कि मधुमक्खियों के कारण कभी भी अप्रिय स्थिति निर्मित नहीं हुई थी जिसके कारण विद्यालय प्रबंधन छत्ते को हटाने ध्यान नहीं दे रहा था। छत्ता हटाने में बरती गई कोताही के कारण यह हादसा हुआ। ऐसे में इसे स्कूल प्रबंध की लापरवाही कहा जा सकता हैै। गौरतलब है कि जिले के कई स्कूलों के परिसर व इसके आसपास के वृक्षों में मधुमक्खियों के छत्ते लगे हुए देखे जा सकते हैं। समय रहते इन छत्तों को हटाना इस घटना के बाद प्रारंभिक जरूरत है।


