वकालत के साथ सामाजिक दायित्वों के प्रति सजग रहें अधिवक्ता: जस्टिस उबोवेजा
अधिवक्ता का दायित्व न केवल अपने मुवक्किल को न्याय दिलाना ही नहीं है

जांजगीर। अधिवक्ता का दायित्व न केवल अपने मुवक्किल को न्याय दिलाना ही नहीं है बल्कि सामाजिक दायित्वों के निर्वहन के प्रति सजग रहना भी है उक्त बातें जस्टिस इंदर सिंह उवोवेजा ने जिला न्यायालय के सभागृह में नव निर्वाचित जिला अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों के शपथ ग्रहण समारोह के दौरान कहीं । उन्होंने इस दौरान नव निर्वाचित अधिवक्ता संघ के पदाधिकारियों को बधाई देते हुए उनके उज्जवल भविष्य की कामना भी की ।
कार्यक्रम के अध्यक्ष पूर्व केन्द्रीय मंत्री डॉ. चरणदास महंत ने निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई देते हुए कहा कि देश की न्याय पालिका पर लोगों का अटूट विश्वास है । लेकिन जिस तरह से आज देश में सर्वोच्च न्यायालय के न्यायधीशों को मिडिया के सामने आकर अपनी बात कहने की आवश्यकता पड़ी है जो देश के संवैधानिक ढांचे की रक्षा के लिए शुभ संकेत नहीं है।
अधिवक्ताओं सहित हम सब का दायित्व है कि देश में बिगड़ते माहौल और संविधान की रक्षा के लिए हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है। कार्यक्रम को विधायक मोतीलाल देवांगन, पूर्व विधानसभा उपाध्यक्ष नारायण प्रसाद चंदेल, जिला एवं सत्र न्यायाधीश राजेश श्रीवास्तव ने भी संबोधित करते हुए नव निर्वाचित पदाधिकारियों को बधाई एवं शुभकामनाएं प्रेषित की । इसके पूर्व नव निर्वाचित अध्यक्ष नरेश शर्मा ने स्वागत भाषण के माध्यम से अतिथियों के समक्ष बार की स्थिति के बारे में जानकारी दी।
कार्यक्रम का संचालन क्रीड़ा सचिव सनत पटेल ने व आभार प्रदर्शन सचिव मुकेश पाण्डेय ने किया। इस दौरान प्रमुख रूप से न्यायाधीशगण ए के धु्रव, मैडम भतपहरी व श्रीमती जायसवाल, पाण्डेय, अमित जिंदल, एवं प्रशिक्षु न्यायाधीशगण सहित उपाध्यक्ष द्वय सुखनंदन राठौर, श्रीमती विजय लक्ष्मी सोनी, कोषाध्यक्ष दीपक राठौर, ग्रंथालय सचिव चेतन कोसले, सह सचिव सूरज गोस्वामी, कार्यकारिणी सदस्यगण गणेश शर्मा, मन्नू लाल श्रीकांत, चैतराम कश्यप, कुलेश्वर सिंह, राजेश यादव, श्रीमती रवैया सिंह सहित गोपाल थवाईत, मदन लाल अग्रवाल, विवेक सिंह सिसोदिया, राधेलाल थवाईत, किशन सोनी, विवेका गोपाल, बंटी धंजल, वरिष्ठ अधिवक्ता कमलेश सिंह, सुश्री शशिकांता राठौर, हरिशचंद्र श्रीवास्तव, दुष्यंत सिंह, रमेश पैगवार, राघवेन्द्र सिसोदिया सहित न्यायालय के कर्मचारीगण उपस्थित थे ।


