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बस्ती: बाढ़ के पानी में 30 गांव घिरे

उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी की बाढ़ से 140 ग्राम प्रभावित है जबकि बाढ़ की पानी में 30 गांव घिरे हुए है

बस्ती: बाढ़ के पानी में 30 गांव घिरे
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बस्ती। उत्तर प्रदेश के बस्ती जिले में सरयू नदी की बाढ़ से 140 ग्राम प्रभावित है जबकि बाढ़ की पानी में 30 गांव घिरे हुए है। जिला प्रशासन द्वारा बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में राहत और सहायता कार्य तेज करने का निर्देश दिया गया है।

बाढ़ पीड़ितों की मदद के लिये दो शरणालय तथा 26 नावों को लगाया गया है। आधिकारिक सूत्रों ने आज यहां बताया कि सरयू नदी खतरे के बिन्दु से एक मीटर ऊपर बह रही है।

नदी का रूख स्थिर है, लेकिन बाढ़ पीडि़तों की दुश्वारियां निरन्तर बढ़ती ही जा रही है। बाढ़ पीड़ित क्षेत्रों में पशुओं के चारे, मनुष्याें के भोजन, पेयजल और चिकित्सा की समस्या बढ़ गई है।

जिलाधिकारी अरविन्द कुमार सिंह ने बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों में बाढ़ राहत कार्य तेजी से चलाये जाने का निर्देश अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी हर्रैया, उप जिलाधिकारी बस्ती को प्रदान किया है।

जिलाधिकारी ने जिला पूर्ति अधिकारी को आपूर्ति व्यवस्था सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। जिलाधिकारी ने सभी गांवों को नाव उपलब्ध कराने तथा स्कूलों बाढ़ शरणालयों, बन्धों जहां पर बाढ़ पीड़ित शरण लिये हुए है।

भोजन और रात्रि में प्रकाश की व्यवस्था का निर्देश प्रदान किया है। सरयू नदी की बाढ़ और कटान से बी0डी0 बन्धे पर निरन्तर दबाव बना हुआ है। नदी कई स्थानों पर तेजी से कटान कर रही है।

नदी की कटान और बाढ़ से कलवारी, रामपुर तटबन्ध पर बना स्पर संख्या 5, 6 के बीच नदी का दबाव तेज हो गया है। पिपराती गांव के समीप कटान तेज हो गया है।
चांदपुर, ग्राम के समीप बना स्पर बह गया है।

टकटकवा में पानी बांध के ऊपर से बह रहा है।इससे कई ग्रामों में पानी घुस गया है।दुबौलिया के समीप बना स्पर का नोज 30 मीटर में बह गया है, किशुनपुर, मोजपुर रिंग बांध पर नदी का दबाव तेज हो गया है।

बाढ़ की पानी चारों तरफ से घिरे सुबिका बाबू, दिलासपुरवा, देवरागंगवार, पहाड़पुरवा, खजांची का पुरवा, कल्याणपुर, सहजौरा पाठक, भरतापुर, पहाड़गांव केशवपुर, रानीपुर कठवनिया, भदोई, बाघानाला, संदलपुर, छतौना, फूलडीह, कन्हईपुर, खेमराजपुर, पचपेड़वा सहित अन्य गांव बाढ़ से प्रभावित है। बाढ़ खण्ड कार्य के अधिशासी अभियन्ता तथा अन्य अधिकारियों को कटान स्थल पर रातों-दिन बने रहने का निर्देश दिया गया है।


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