अब बस्तर पुलिस पर्यटक गाइड भी बनेगी
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में अब पुलिस पर्यटकों को सुरक्षा देने के साथ ही पर्यटक गाइड का काम भी संभालेगी

जगदलपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर में अब पुलिस पर्यटकों को सुरक्षा देने के साथ ही पर्यटक गाइड का काम भी संभालेगी।
बस्तर पुलिस के 40 जवानों को पर्यटक गाइड की ट्रेनिंग दी गई है। प्रशिक्षित जवानों के पहले बैच की चित्रकोट में तैनाती की गई है। जल्द ही अन्य महत्वपूर्ण स्थलों पर भी पुलिस के जवान पर्यटकों की मदद करते नजर आएंगे।
बस्तर में कई महत्वपूर्ण पर्यटन स्थल हैं जिन्हें देखने देश-विदेश के सैलानी पहुंचते हैं। चित्रकोट और तीरथगढ़ के जलप्रपात और कांगेर घाटी राष्ट्रीय उद्यान में स्थित कोटुमसर गुफाओं की प्रसिद्धि दुनिया भर में है। दंतेवाड़ा में मां दंतेश्वरी मंदिर, बारसूर में पौराणिक महत्व के मंदिरों की श्रंखला, बैलाडीला के पहाड़ आदि दर्जनों ऐसे पर्यटन स्थल देश भर से पर्यटकों को आकर्षित करते हैं।
बस्तर में दशहरे से लेकर नए साल तक पर्यटकों की खासी भीड़ होती थी लेकिन नक्सलवाद के चलते पिछले कुछ सालों में पर्यटन व्यवसाय प्रभावित हुआ है। पर्यटन स्थलों पर सुरक्षा के लिए जवानों की तैनाती से पर्यटकों के विचलित होने की आशंका को देखते हुए इस समस्या का समाधान पर्यटक फोर्स के तौर पर निकाला गया है।
सूत्रों ने बताया कि पुलिस के ऐसे जवानों की तलाश की गई जिन्हें पर्यटन स्थलों की अच्छी जानकारी है। इन्हें पर्यटकों से व्यवहार रखने का प्रशिक्षण दिया गया है। जरूरत पड़ने पर ये जवान हथियार उठाकर नक्सलियों का मुकाबला भी कर सकते हैं। पहले बैच के 12 जवानों को चित्रकोट जलप्रपात पर तैनात किया गया है।
बस्तर पुलिस महानिरीक्षक विवेकानंद सिन्हा ने बताया कि पर्यटक पुलिस लोगों की मदद करने को तैयार है। अभी चित्रकोट में तैनाती की गई है, जल्द ही तीरथगढ़ में भी पर्यटक पुलिस नजर आएगी। जवान लोगों की सुरक्षा के साथ ही उन्हें पर्यटन स्थलों पर गाइड भी करेंगे।


