राज्य में वाईएसआर कांग्रेस का बर्बर शासन : नायडू
आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को राज्य में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 100 दिन के शासन को बर्बर करार दिया

काकीनाडा। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एवं तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) अध्यक्ष चंद्रबाबू नायडू ने गुरुवार को राज्य में वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के 100 दिन के शासन को बर्बर करार दिया।
पूर्वी गोदावरी जिले के दो दिवसीय दौरे पर आये श्री नायडू ने अचम्पेट जंक्शन पर परिणय हॉल में पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक को संबोधित करते हुए राज्य सरकार पर प्रतिशोध की भावना से कार्रवाई करने का आरोप लगाया और कहा कि मौजूदा समय में राज्य में हर जगह तेदेपा कार्यकर्ताओं पर हमले हो रहे हैं।
उन्होंने कहा कि पूर्वी गोदावरी जिले को शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता है, लेकिन पिथापुरम, तुनी और प्रत्तिपादू विधानसभा क्षेत्र में तेदेपा कार्यकर्ताओं को परेशान किया गया और उन पर लक्षित हमला किया गया।
उन्होंने कहा, “हम वाईएसआरसीपी सरकार को सही तरीके से काम करने के लिए छह महीने का समय देना चाहते हैं और इसके बाद हम सकारात्मक विपक्ष की भूमिका निभाएंगे। राज्य सरकार सही तरीके से काम करे अन्यथा राज्य सरकार की एकतफरा कार्रवाईयों और विनाशकारी नीतियों को जवाब दिया जाएगा। गरीबों को जरूरी अन्न मुहैया कराने के लिए शुरू की गयी अन्ना कैंटीन को बंद कर दिया गया है।”
उन्होंने कहा, “जितना उत्पीड़न होगा, उतना ही सरकार का पतन करने के लिए प्रतिशोध होगा। यह आने वाले दिनों में तेदेपा कार्यकर्ताओं को मजबूत करेगा।”
उन्होंने राजधानी अमरावती और बहुउद्देशीय पोलावरम परियोजना का हवाला देते हुए कहा कि इस तरह की परियोजनाओं के कार्य मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी के क्रूर और प्रतिशोध की भावना से की गयी कार्रवाइयों की वजह से स्थगित हैं।
श्री नायडू ने कहा, “जिन किसानों ने राजधानी अमरावती के निर्माण के लिए स्वेच्छा से अपनी जमीनी दी है उन किसानों का भविष्य संकट में है। मुख्यमंत्री की नीतियों की वजह से राज्य का विकास रिवर्स गियर में है।
उन्होंने कहा कि राज्य में बर्बर और उपद्रवी शासन को जारी रखने की इजाजत नहीं दी जाएगी। उन्होंने तेदेपा कार्यकर्ताओं को निराश होने की जरुरत नहीं है, बल्कि मौजूदा अलोकतांत्रिक सरकार के खिलाफ पुरजोर तरीके से लड़ने की जरुरत है।


