Top
Begin typing your search above and press return to search.

पूर्वोत्तर में 2 दिनी हड़ताल से बैंकिंग सेवाएं ठप

उत्तरपूर्वी राज्यों में गुरुवार को बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं, क्योंकि बैंकों के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण अधिकांश प्रमुख बैंक बंद रहे

पूर्वोत्तर में 2 दिनी हड़ताल से बैंकिंग सेवाएं ठप
X

गुवाहाटी/अगरतला। उत्तरपूर्वी राज्यों में गुरुवार को बैंकिंग सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुईं, क्योंकि बैंकों के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों की दो दिवसीय राष्ट्रव्यापी हड़ताल के कारण अधिकांश प्रमुख बैंक बंद रहे। हड़ताली कर्मचारियों द्वारा पूरे क्षेत्र के कई शहरों में बैंक शाखाओं के सामने विरोध प्रदर्शन भी किए गए।

हड़ताली कर्मचारियों के नेताओं ने दावा किया कि दो दिवसीय बैंक हड़ताल के पहले दिन सभी आठ पूर्वोत्तर राज्यों में प्रतिक्रिया बहुत अच्छी थी।

यूनाइटेड फोरम ऑफ बैंक यूनियंस (यूएफबीयू) ने हड़ताल का आह्वान किया था।

यूएफबीयू के नेता संजय दत्ता ने कहा कि वे चाहते हैं कि सरकार संसद के चल रहे शीतकालीन सत्र के दौरान बैंक निजीकरण विधेयक (बैंकिंग कानून संशोधन विधेयक, 2021) को आगे न बढ़ाए।

सरकार ने 2021-22 के बजट में वर्ष के दौरान दो और सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों (पीएसबी) का निजीकरण करने की अपनी मंशा की घोषणा की थी।

दत्ता ने कहा, "बैंक हड़ताल अकेले कर्मचारियों के हित में नहीं है..आंदोलन केंद्र सरकार की नीतियों का विरोध करने और भारतीय बैंकों को तथाकथित सुधारों से बचाने के लिए है।"

उन्होंने कहा कि पीएसबी समाज के आर्थिक और सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गो के लिए जन-धन योजना, सामाजिक क्षेत्र बीमा योजना और मुद्रा योजनाओं सहित सभी सरकारी योजनाओं को लागू कर रहे हैं।

बैंकिंग कर्मचारी भी अधिकारियों द्वारा गैर-प्रमुख गतिविधियों की आउटसोर्सिग का विरोध कर रहे हैं।


Next Story

Related Stories

All Rights Reserved. Copyright @2019
Share it