किसान एवं कृषि क्षेत्र में निवेशकों के प्रति उदारता बरतें बैंक : सैनी
श्री सैनी आज यहां ग्राम-2017 के दूसरे दिन “प्रायोरिटी फाइनेंस इन एरिया ऑफ एग्रीकल्चर” थीम आधारित बैंकर्स मीट के दौरान बोल रहे थे

उदयपुर। राजस्थान के कृषि मंत्री प्रभु लाल सैनी ने किसान एवं कृषि क्षेत्र में निवेश के प्रति बैंकों को उदारता बरतने की जरुरत बताते हुए कहा है कि वर्ष 2022 तक किसानों की आय दुगुनी करने का लक्ष्य हासिल करने में बैंकों का सहयोग काफी महत्वपूर्ण हैं।
श्री सैनी आज यहां ग्राम-2017 के दूसरे दिन “प्रायोरिटी फाइनेंस इन एरिया ऑफ एग्रीकल्चर” थीम आधारित बैंकर्स मीट के दौरान बोल रहे थे। उन्हाेंने कहा कि राज्य सरकार ने किसानों के हित में राजस्थान एग्रीकल्चर मार्केटिंग पॉलिसी, फार्मर फील्ड प्रोसेसिंग यूनिट जैसी योजनाएं बनाई हैं जिनमें किसानों एवं उद्यमियों को बड़े स्तर पर निवेश राशि की जरुरत रहती है।
उन्होंने कहा कि केंद्र एवं राज्य सरकार किसानों की आमदनी दुगुनी करने का लक्ष्य लेकर विभिन्न योजनाओं के माध्यम से इसके लिए प्रयासरत हैं। बैंक जरुरतमंद किसानों को ऋण प्रदान कर न केवल उनका सहयोग कर सकते है बल्कि अपने व्यापारिक लक्ष्य भी प्राप्त कर सकते हैं। श्री सैनी ने बैंकर्स का आह्वान किया कि उन्हें किसानों के प्रति सहयोगात्मक रुख अपनाते हुए ऋण प्रदान कर उनकी आमदनी बढ़ाने में सरकार का सहयोग करना चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने जिन उद्यमियों के साथ कृषि एवं संबद्ध क्षेत्रों में निवेश के करार किए हैं, बैंक उन्हे भी ऋण प्रदान करने में तत्परता दिखाकर लक्ष्य प्राप्त करने में सहयोगी बनना चाहिए।
उन्होंने प्रदेश में ऑलिव ऑयल, किनोवा और हैल्थ केयर से जुड़े उत्पादों के नए प्रोजेक्ट्स की अपार संभावनाएं बताते हुए कहा कि वित्तीय उपलब्धता होने पर निवेशक यहां उद्यम लगाने को आकर्षित होंगे जिससे किसानों एवं बैंक, दोनों को फायदा होगा। इस मौके कृषि विभाग की प्रमुख शासन सचिव नीलकमल दरबारी ने बताया कि राज्य सरकार ने किसानों को कृषि उपकरण किराये पर उपलब्ध कराने के लिए तीन साल में प्रदेश में दो हजार छह सौ से ज्यादा कस्टम हायर सेंटर स्थापित करने की योजना पर कार्य कर रही है।
इस योजना की पूरी जानकारी बैंक की शाखा स्तर के कर्मचारियों को नहीं होने से कई बार किसानों को ऋण उपलब्ध होने में कठिनाई आती है। श्रीमती दरबारी ने बैंकर्स का आह्वान किया कि उन्हें अपने सभी कर्मचारियों तक योजना की जानकारी पहुंचाई जानी चाहिए ताकि किसानों को योजना का लाभ मिल सके।


