घर न मिलने तक बैंक ईएमआई पर लगे रोक
इन दिनों घर न मिलने से खरीदारों पर रेंट व बैंक की ईएमआई की दोहरी मार पड़ रही है

नोएडा। इन दिनों घर न मिलने से खरीदारों पर रेंट व बैंक की ईएमआई की दोहरी मार पड़ रही है। वहीं जिंदगी भर की कमाई घर खरीदने में लगा चुका खरीदार अब आर्थिक तंगी से भी जुझ रहे हैं। जिसके चलते नेफोवा ने खरीदारों की इन परेशानियों को देखते हुए वित्तमंत्री अरुण जेटली को पत्र लिख बैंक ईएमआई पर रोक लगाने की मांग की है।
खरीदारों का कहना है कि उन्हें भाजपा सरकार से काफी उम्मीदें थी। इसके चलते पिछले दिनों शांतिपूर्वक तरीके से भाजपा मुख्यालय के सामने जाकर खरीदार अपनी मांगे रखने गए थे। लेकिन उनकी मांग सुनना तो दूर, उल्टा उन्हें हिरासत में ले लिया गया।
नेफोवा की महासचिव श्वेता भारती ने बताया कि आज स्थिति ऐसी है कि शहर के हजारों खरीदार उन घरों के लिए बैंक ईएमआई देने को बाध्य हैं जहां सालों से निर्माण कार्य बंद है। लेकिन वह अब आगे बैंक ईएमआई दे पाने में असमर्थ हैं क्योंकि सालों से रेंट और ईएमआई की दोहरी मार से उनके आर्थिक हालात बदतर हो चुके हैं।
इसी के मद्देनजर आज वित्त मंत्री अरुण जेटली को पत्र भेजा गया है जिसमें उनसे अपील की गई है कि खरीदार की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अहम फैसले लिए जाए और आरबीआई तथा सभी बैंकों को फ्लैट खरीदारों की बैंक ईएमआई पर तत्काल प्रभाव से रोक लगाए जाने का दिशा निर्देश जारी किया जाए। नेफोवा के उपाध्यक्ष सुमित सक्सेना का कहना है कि बैंक द्वारा प्रोजेक्ट को सभी प्रकार से अप्रूवल दिए जाने के बाद ही बैंक से लोन पास हुआ होगा, ऐसे में अगर प्रोजेक्ट में सालों से काम बंद है तो ये बैंक की जिम्मेदारी भी बनती है कि वे बैंक की किस्तों पर तत्काल रोक लगाएं ।
समाधान नहीं होने तक जारी रहेगा आंदोलन
नेफोवा के ही कार्यकारी सदस्य दीपांकर कुमार ने वित्त मंत्री को भेजे पत्र से उम्मीद जाहिर की है कि केंद्र सरकार हमारी समस्याओं पर गंभीरता से विचार करे तथा फ्लैट खरीदारों के हित में जल्द से जल्द कोई ऐतिहासिक फैसला ले।
यदि केंद्र व राज्य सरकारों द्वारा फ्लैट खरीदारों की समस्याओं को जल्द नहीं सुलझाया जाता है तो नेफोवा अपना आंदोलन जारी रखेगी व और भी अधिक व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन होंगे।


