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ग्लोबल वार्मिंग से बांग्लादेश को बहुत नुकसान हुआ: अब्दुल हामिद

 बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने कहा है कि बंगलादेश को ग्लोबल वार्मिंग के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। 

ग्लोबल वार्मिंग से बांग्लादेश को बहुत नुकसान हुआ: अब्दुल हामिद
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नयी दिल्ली। बांग्लादेश के राष्ट्रपति अब्दुल हामिद ने कहा है कि बंगलादेश को ग्लोबल वार्मिंग के कारण सबसे अधिक नुकसान हुआ है। हामिद ने वैश्विक स्तर पर अंतरराष्ट्रीय सौर समझौता (आईएसए) की अगुवाई करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी तथा फ्रांस के राष्ट्रपति मैनुअल मैक्रों की प्रशंसा की।

हामिद ने 121 ‘सूर्यपुत्र’ देशों के बीच आपसी सहयोग से सौर ऊर्जा को बढ़ाने देने के लिए संधि पर आधारित अंतरराष्ट्रीय निकाय आईएसए के स्थापना सम्मेलन के पूर्ण सत्र को संबोधित करते हुए कहा कि उनके देश ने पहले ही व्यापक स्तर पर ‘नवीकरणीय ऊर्जा’ कार्यक्रम की शुरुआत कर दी है।

उन्होंने कहा, “ बंगलादेश इस दिशा में काफी संजीदा प्रयास कर रहा है। हम लोग कार्बन उत्सर्जन को कम करने के लिए भी कदम उठा रहे हैं।”उन्होंने कहा कि बंगलादेश सरकार मानती है कि नवीकरणीय ऊर्जा का विकास सिर्फ विकास के लिए महत्वपूर्ण नहीं है, बल्कि यह पृथ्वी की रक्षा के लिए भी आवश्यक है।

हामिद ने बंगलादेश सरकार की ओर से की जा रही कोशिशों का उल्लेख करते हुए कहा कि बंगलादेश सरकार द्वारा 50 लाख घरों की छतों पर लगाने के लिए सौर पैनल उपलब्ध कराए गए हैं और इस तरह दो करोड़ लोगों को लाभ हुआ है।

आईएसए का आज यहां प्रधानमंत्री नरेन्द्र माेदी और फ्रांस के राष्ट्रपति एमेनुएल मैक्रों ने संयुक्त रूप से औपचारिक शुभारंभ किया। इस मौके पर बंगलादेश और श्रीलंका सहित 23 देशों के राष्ट्राध्यक्ष समेत 57 देशों के प्रतिनिधि मौजूद थे।

आईएसए के इस स्थापना शिखर सम्मेलन में विभिन्न सत्रों में सौर ऊर्जा के क्षेत्र में निवेश, सस्ती तकनीक और रियायती वित्तपोषण के मुद्दों पर विचार किया गया। सौर ऊर्जा के कारण ना केवल अर्थव्यवस्थाओं एवं पर्यावरण पर पड़ने वाले प्रभावों को रेखांकित किया गया बल्कि माना गया कि विश्व के अनेक देशों का अस्तित्व भी प्रभावित होगा।

उल्लेखनीय है कि मोदी ने नवंबर 2015 में पेरिस में फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांस्वां होलांदे के साथ मिल कर आईएसए की स्थापना की घोषणा की थी और कर्क एवं मकर रेखाओं पर पड़ने वाले दुनिया के 121 देशों को सूर्यपुत्र देश कह कर पुकारा था।


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