सोशल मीडिया पर रोक लगाओ :रविशंकर प्रसाद
सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें, अफवाह,साम्प्रदायिक हिंसा को भड़काने आदि से सम्बंधित खबरों को देखते हुए सरकार शिकायत अधिकारी नियुक्त

नयी दिल्ली। सोशल मीडिया पर फर्जी खबरें, अफवाह,साम्प्रदायिक हिंसा को भड़काने आदि से सम्बंधित खबरों को देखते हुए सरकार शिकायत अधिकारी नियुक्त करने पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है और बच्चों को इसके दुष्प्रभाव से बचाने के लिए एक अभियान भी चलायेगी।
सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री रविशंकर प्रसाद ने आज राज्यसभा में सोशल मीडिया के दुरुपयोग एवं फेक न्यूज़ से समाज में फ़ैल रही हिंसा एवं तनाव पर ध्यानाकर्षण प्रस्ताव पर चर्चा के दौरान अपने वक्तव्य में यह बात कही।
श्री प्रसाद ने स्वीकार किया कि हाल के वर्षों में सोशल मीडिया के दुरुपयोग की घटनायें प्रकाश में आयी हैं और व्हाट्स एप ग्रुप के जरिये अफवाह फ़ैलाने के कारण भीड़ द्वारा पीट-पीटकर हत्या करने की घटनाएँ हुई हैं। अब पांच से अधिक संदेश भेजने पर पाबन्दी लगाई गयी है और व्हाट्सएप को इस प्लेटफार्म के दुरुपयोग को रोकने के लिए बेहतर तकनीत अपनाने को कहा गया है।
उन्होंने कहा कि नयी चुनौतियों को देखते हुए इस कानून के प्रावधानों को और सख्त तथा संशोधित करने की जरूरत है, उन्होंने यह भी कहा कि सरकार इस बात पर गंभीरतापूर्वक विचार कर रही है कि सोशल मीडिया के दुरुपयोग को रोकने के लिए जगह जगह शिकायत अधिकारी नियुक्त किये जाएँ जो शिकायतों का अध्ययन करने के बाद कानून लागू करने वाली एजेंसियों को कार्रवाई के लिए सौपें। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर वायरल होने वाले फेक न्यूज़ एवं अफवाह का पता लगाना भी सुनिश्चित किया जायेगा ताकि यह किसने फैलाई है और इसका स्रोत क्या हैं।
उन्होंने कहा कि भारत में सोशल मीडिया काफी लोकप्रिय होता जा रहा है और दुनिया में फेसबुक के 219 करोड़ सदस्यों में से 19 करोड़ 40 लाख केवल भारत में हैं। इसी तरह 33 करोड़ ट्वीटर के सदस्यों में दो करोड़ 60 लाख भारत में हैं तो दुनिया के सौ करोड़ यू-टूब उपयोगकर्ता में से चार करोड़ दो लाख उपयोगकर्ता भारत में हैं। इसी तरह दुनिया में व्हाट्स एप के 150 करोड़ उपयोगकर्ता हैं जिनमें 20 करोड़ भारतीय है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि सोशल मीडिया पर कोई भी फेक आयी डी से अपना खाता खोल सकता है, उसे रोका नहीं जा सकता लेकिन सूचना प्रौद्योगिकी कानून के निर्देशों के तहत 2017 में फेसबुक के 457 खाते यूटूब के 95 ट्विटर के 321 तथा इन्स्टाग्राम के 41 एवं अन्य 51 खाते बंद किये गए हैं। इसी तरह इस साल भी फेसबुक के 499 यूटूब के 57 ट्विटर के 88 इन्स्ताग्राम के 25 तथा अन्य 28 खाते बंद किये गये।
चर्चा में भाग लेते हुए सदन में विपक्ष के नेता गुलाम नबी आज़ाद ने सोशल मीडिया पर अफवाह फैलाकर भीड़ द्वारा लोगों की पीट कर हत्या किये जाने की घटना पर गहरी चिंता व्यक्त की और कहा कि ऐसी घटनाओं की संख्या बढ़ती जा रही है और 13 राज्यों में 40 हत्यायें हो चुकी हैं। उन्होंने कहा कि लोग खुद अफवाह फैलाते हैं फिर घटनास्थल पर जाकर भीड़ में शामिल होकर हत्या भी करते हैं। उन्होंने कई केन्द्रीय मंत्रियों और सत्तारूढ़ दलों के सांसदों की भी इस बात की आलोचना की कि वे ऐसे लोगों को सम्मानित भी कर रहे हैं। इस पर उन्हें शर्म आती है। तृणमूल के डेरेक ओ ब्रायन ने सोशल मीडिया पर अफवाह फ़ैलाने वालों को सत्तारूढ़ दल एवं दक्षिण पंथी राजनीतिक संगठनों से जुड़ा बताया और कहा कि डिजिटल इंडिया दरअसल विघटनकारी इंडिया हो गया है जिसका काम समाज को बांटना है।
राष्ट्रीय जनता दल के मनोज झा ने भी कहा कि सोशल मीडिया पर ट्रोल करने वाले लोग वरिष्ठ केन्द्रीय मंत्रियों को भी नहीं छोड़ते। उन्होंने कहा कि सोशल मीडिया पर नफरत फैलाकर भारत को तालिबान बनाया जा रहा है । भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के डी राजा ने इसके लिए दक्षिण पंथी ताकतों को जिम्मेदार ठहराया समाजवादी पार्टी के जावेद अली खान ने कहा कि चिंता की बात यह है कि श्री प्रसाद ने सोशल मीडिया की सामग्री को नियंत्रित न करने की बात कहकर इस समस्या से पल्ला झाड़ लिया है। भाजपा के मुरलीधरन और वाई एस आर कांग्रेस के विजय साई रेड्डी ने भी सोशल मीडिया पर अफवाह फ़ैलाने की घटना पर चिंता व्यक्त की।


