भोपाल में मंत्रालय परिसर में धरना-प्रदर्शन पर प्रतिबंध
देश में इन दिनों दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन और धरनों पर लगी रोक की चर्चा है

भोपाल। देश में इन दिनों दिल्ली के जंतर-मंतर पर प्रदर्शन और धरनों पर लगी रोक की चर्चा है। इसी दौरान मध्य प्रदेश की भाजपा सरकार ने निर्णय लिया है कि अब किसी भी व्यक्ति या संगठन को राजधानी के मंत्रालय परिसर में किसी भी प्रकार के धरना-प्रदर्शन की अनुमति नहीं होगी। आधिकारिक तौर पर दी गई जानकारी के अनुसार, सामान्य प्रशासन राज्यमंत्री लाल सिंह आर्य ने सोमवार को विभागीय समीक्षा बैठक में कहा कि 'मंत्रालय परिसर में किसी भी प्रकार का धरना, प्रदर्शन और आंदोलन निषेध है। इस निषेधात्मक आदेश का कड़ाई से पालन होना चाहिए। इसके लिए सभी संगठनों को पत्र के माध्यम से सूचित किया जाए कि गरिमा के विरुद्ध कार्य नहीं करें।'
आर्य ने यह स्पष्ट नहीं किया कि यह रोक आखिर क्यों लगाई जा रही है। मंत्रालय वह स्थान है, जहां मुख्यमंत्री से लेकर सभी मंत्री और सबसे जिम्मेदार अधिकारी बैठते हैं, जो नीतियां बनाने से लेकर फैसले करते हैं। लिहाजा तमाम लोग यहां आकर अपनी समस्या को लेकर आवाज उठाते हैं।
राज्यमंत्री आर्य ने सामान्य प्रशासन विभाग के काम की समीक्षा करते हुए यह आदेश जारी किया।
उन्होंने कहा कि विशेष भर्ती अभियान के जरिए जल्द से जल्द बैकलॉग पदों पर भर्ती की जाएंगी।
उन्होंने मंत्रालय की साफ-सफाई व्यवस्था के प्रभावी संचालन के लिए एक दल बनाकर नियमित निरीक्षण कराने के निर्देश दिए। अभिलेखागार में विभागों के अभिलेखों के संरक्षण और विनिष्टीकरण के संबंध में भी चर्चा की। बैठक में अपर मुख्य सचिव प्रभांशु कमल भी उपस्थित थे।


