बाबा रामदेव ने एचयूएल के विवादास्पद विज्ञापन के लिए एमएनसी की आलोचना की
पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव ने कहा भारतीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विकास में एमएनसी का क्या योगदान

नई दिल्ली । पतंजलि आयुर्वेद के संस्थापक बाबा रामदेव ने एफएमसीजी प्रमुख हिंदुस्तान यूनिलीवर लिमिटेड (एचयूएल) के कथित रूप से भारतीय संस्कृति का मजाक उड़ाने वाले विज्ञापन की वजह से बहुराष्ट्रीय कंपनियों की कटु आलोचना की।
ट्विटर पर शुक्रवार को कंपनी के विरुद्ध निशाना साधते हुए योगगुरु से उद्योगपति बने रामदेव ने एचयूएल उत्पादों के भी बहिष्कार करने का आह्वान किया।
रामदेव ने कहा, "भारतीय अर्थव्यवस्था और सांस्कृतिक विकास में एमएनसी का क्या योगदान है?"
उन्होंने ट्वीट कर कहा, "इनकी औकात क्या है कि ये भारत की गौरवशाली संस्कृति के बारे में ओछी टिप्पणी करें? क्या इनके लिए भारत सिर्फ बस एक लूट के लिए बाजार है?"
जॉनसन एंड जॉनसन केऊपर अमेरिका में कैंसरकारक मिलावट करने के कारण 32000 करोड रुपए का जुर्माना हुआ,यदि पतंजलि पर 100वां हिस्सा भी जुर्माना होता तो यह विदेशी कंपनियों द्वारा प्रायोजित लोग हमें जीने नही देते और फांसी के ऊपर लटका देते।
— Swami Ramdev (@yogrishiramdev) March 9, 2019
यदि हिम्मत है तो इस सच का सामना करें,#BoycottHUL pic.twitter.com/thU8XxW7m6
रेड लेबल के लिए एचयूएल के विज्ञापन में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति अपने पिता को कुंभ मेले में छोड़कर चला जाता है। लेकिन उस आदमी को एक पिता को अपने जवान बेटे की देखभाल करता देख अपनी गलती का एहसास होता है और वह अपने पिता से मिलने के लिए लौट जाता है। पिता चाय की दो प्यालियों के साथ उसका इंतजार कर रहा होता है।
इस विज्ञापन की सोशल मीडिया पर काफी आलोचना हुई, लेकिन एचयूएल ने अपने ट्वीेट में कहा, "रेड लेबल चाय हमें उनका हाथ पकड़ने के लिए उत्साहित करता है, जिनकी वजह से आज हम कुछ हैं।"


