अयोध्या को पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए: योगी आदित्यनाथ
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए

लखनऊ। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि अयोध्या को एक आकर्षक पर्यटन स्थल के रूप में विकसित किया जाए और पंचकोसी, चौदहकोसी और चौरासीकोसी परिक्रमाओं के मार्गों को सुव्यवस्थित बनाने के निर्देश दिए है।
#UPCM श्री #YogiAdityanath ने यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन आवास गृह, धर्मशालाओं, विश्रामालय इत्यादि के निर्माण के निर्देश दिए। pic.twitter.com/B8YZAuI9Xt
— CM Office, GoUP (@CMOfficeUP) June 14, 2018
#UPCM श्री #YogiAdityanath ने पंचकोसी, चौदहकोसी और चौरासीकोसी परिक्रमाओं के मार्गों को सुव्यवस्थित बनाने के निर्देश दिए। अयोध्या के सभी पौराणिक स्थलों का सौन्दर्यीकरण किया जाए। pic.twitter.com/VyPMS9zgzo
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योगी ने गुरूवार को यहां शास्त्री भवन में केन्द्र सरकार की ‘स्वदेश दर्शन योजना’ के तहत रामायण सर्किट थीम, अयोध्या के निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा के लिए आयोजित प्रस्तुतिकरण को देखते हुए निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि अयोध्या के सभी पौराणिक स्थलों का सौन्दर्यीकरण किया जाए। खुले क्षेत्रों में जगह-जगह पर वनीकरण कराया जाए।
#UPCM श्री #YogiAdityanath के समक्ष भारत सरकार की स्वदेश दर्शन योजना के अंतर्गत रामायण सर्किट थीम, अयोध्या के निर्माण कार्यों की प्रगति का प्रस्तुतिकरण किया गया। pic.twitter.com/dUuYzjeSKD
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सरयू नदी की ड्रेजिंग करवाने के निर्देश देते हुए उन्होंने कहा कि नदी का जल एकदम स्वच्छ होना चाहिए ताकि स्नानार्थियों को कोई असुविधा न हो। सरयू में नालों का पानी आने से रोकने की व्यवस्था की जाए। उन्होंने अयोध्या शहर में बिजली के तारों की अण्डरग्राउण्ड केबलिंग करने के निर्देश देते हुए कहा कि अनावश्यक खम्भों को हटाया जाए, ताकि रास्ते के व्यवधान खत्म हों और आवागमन सुविधाजनक हो सके।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पर्यटकों के बाधारहित आवागमन के दृष्टिगत अयोध्या के सभी मार्गों का सुदृढ़ीकरण एवं चौड़ीकरण तथा मरम्मत जो भी आवश्यक हो, किया जाए। अयोध्या की साफ-सफाई पर विशेष ध्यान दिया जाए। पर्यटकों के लिए पेयजल, शौचालय, विश्रामालय, धर्मशालाओं इत्यादि की व्यवस्था की जाए।
उन्होंने अयोध्या में यात्रियों की सुविधा के लिए पर्यटन आवास गृह, धर्मशालाओं, विश्रामालय इत्यादि के निर्माण के निर्देश देते हुए कहा कि सभी निर्माण कार्यों में स्थानीय स्थापत्य की झलक दिखनी चाहिए। उन्होंने नागेश्वरनाथ मंदिर तक के पहुंच मार्ग का नवीनीकरण एवं सुदृढ़ीकरण करने के निर्देश भी दिए।
योगी ने पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अयोध्या में अच्छे होटलों के निर्माण को बढ़ावा देने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार अयोध्या को प्रमुख पर्यटन स्थल के रूप में विकसित करने के लिए कटिबद्ध है। इसके लिए सभी आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। उन्होंने अयोध्या में इस वर्ष होने वाले दीपोत्सव के अवसर पर आकर्षक आतिशबाजी की व्यवस्था करने के भी निर्देश दिए। उन्होंने कुम्भ-2019 के मद्देनजर अयोध्या, चित्रकूट, इलाहाबाद तथा अन्य महत्वपूर्ण स्थानों को चार लेन मार्गों से आपस में जोड़ने के निर्देश दिए।
प्रस्तुतिकरण देते हुए अपर मुख्य सचिव पर्यटन अवनीश कुमार अवस्थी ने अयोध्या में कराए जा रहे कार्यों की प्रगति के विषय में अवगत कराया। उन्होंने बताया कि भारत सरकार की इस योजना के तहत अब तक लगभग 15 करोड़ की धनराशि अवमुक्त की गई है।
इस परियोजना के तहत कार्य प्रारम्भ किए जा चुके हैं, जिनमें रामकथा गैलरी एवं क्वीन हो मेमोरियल, बस डिपो का निर्माण, दिगम्बर अखाड़े में मल्टीपरपज हाॅल का निर्माण, पुराने बस स्टैण्ड पर कार पार्किंग, राम की पैड़ी के सौन्दर्यीकरण का कार्य, सिटी वाइड इन्टरवेन्शन कार्य, अयोध्या मुख्य मार्ग एवं फुटपाथ के नवीनीकरण का कार्य, चौक अयोध्या से हनुमानगढ़ी, कनक भवन होते हुए राम की पैड़ी तक पैदल यात्री मार्ग के नवीनीकरण का कार्य, पंचकोसी परिक्रमा मार्ग पर यात्री शेल्टर का कार्य, पटेश्वरी देवी मंदिर का कार्य तथा रेलवे स्टेशन अयोध्या पर टीआईसी बूथ का कार्य शामिल हैं।
उन्होंने बताया कि रामकथा गैलरी एवं क्वीन हो मेमोरियल का 25 प्रतिशत कार्य हो चुका है। इसे अक्टूबर, 2018 तक पूर्ण करने का लक्ष्य है। बस डिपो निर्माण का कार्य शीघ्र शुरू होगा और इसे भी अक्टूबर, 2018 तक पूर्ण करा लिया जाएगा। इसी प्रकार अन्य कार्य भी शीघ्रता से करवाए जाएंगे।
अयोध्या के गुप्तार घाट परियोजना की प्रगति के बारे में भी मुख्यमंत्री को अवगत कराते हुणए प्रमुख सचिव सिंचाई ने बताया कि नवनिर्मित घाट की लम्बाई 800 मीटर होगी। फैजाबाद में घाघरा (सरयू) नदी के दायें तट पर निर्मित गुप्तार घाट के 100 मीटर अपस्ट्रीम में घाट निर्माण का कार्य किया जाएगा। इसी प्रकार फैजाबाद में घाघरा (सरयू) नदी के दायें तट पर निर्मित गुप्तार घाट के 700 मीटर डाउनस्ट्रीम में घाट निर्माण का कार्य किया जाएगा। पूर्व निर्मित गुप्तार घाट की मरम्मत का कार्य भी कराया जाएगा। माॅडर्न चेजिंग रूम, गजीबो एवं साइनेज इत्यादि लगाने का कार्य भी कराया जाएगा।


