अयोध्या विवाद: श्री श्री रविशंकर को मध्यस्थ बनाए जाने पर ओवैसी ने जताई आपत्ति
कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय पैनल में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को शामिल किया है जिस पर एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई

नई दिल्ली। अयोध्या विवाद मसले को सुलझाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने समाधान के लिए मध्यस्थता का रास्ता अपनाया है। बतादें की कोर्ट द्वारा गठित तीन सदस्यीय पैनल में आध्यात्मिक गुरु श्री श्री रविशंकर को शामिल किया है जिस पर एआईएमआईएम के चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने आपत्ति जताई है।
ओवैसी ने आज आपत्ति जाहिर करते हुए कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने श्री श्री रविशंकर को मध्यस्थ बनाया है लेकिन उनका पहले का एक बयान एक जगजाहिर है जिसमें वो कहते हैं कि अगर मुसलमान अयोध्या पर अपना दावा नहीं छोड़ते हैं तो भारत सीरिया बन जाएगा।

साथ हीं ओवैसी ने यह भी कहा कि बेहतर होता कि SC ने किसी न्यूट्रल व्यक्ति को मध्यस्थ बनाया होता। उन्होंने यह भी कहा कि, 'श्री श्री रविशंकर का 2018 का ऑन रिकॉर्ड स्टेटमेट हैं, जिसमें वह सीरिया बनने की मुसलमानों को धमकी दे रहे हैं।'
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि मेरी पार्टी का स्टैंड यह है कि एक मध्यस्थ का विवादित बयान है तो उसे मध्यस्थ नहीं बनाया जाना चाहिए था फिर भी अब हम उम्मीद करते हैं कि श्री श्री अपने पुराने बयान को अपने दिमाग से निकाल देंगे।
साथ ही उन्होंने यह भी कहा कि, 'उम्मीद है कि श्री श्री रविशंकर अपनी जिम्मेदारियों को समझेंगे।


