विजयी प्रतिभागियों को किया गया पुरस्कृत
जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) महासमुन्द में प्राचार्य पी.एस. श्याम, उप प्राचार्य श्रीमती मीना पाणिग्राही के मार्गदर्शन में कार्यक्रम संयोजक टेकराम सेन

महासमुंद। जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट) महासमुन्द में प्राचार्य पी.एस. श्याम, उप प्राचार्य श्रीमती मीना पाणिग्राही के मार्गदर्शन में कार्यक्रम संयोजक टेकराम सेन एवं कमलेश पाण्डेय द्वारा डी.एल. एड स्तर पर विविध कार्यक्रमों का आयोजन कराया गया । कार्यक्रम के प्रथम दिवस पर नई तालीम में गांधी जी के विचार सामाजिक परिवर्तन के लिये शिक्षा पर विचार रखते हुये प्राचार्य पी.एस. श्याम ने कहा कि वर्तमान में भारत के विकास के लिये नई तालीम के तहत उनकी शिक्षा दर्शन हम सबके लिये प्रासंगिक है ।
इस अवसर पर कार्यक्रम संयोजक टेकराम सेन ने कहा कि बुनियादी शिक्षा की ढांचा समर्पित कर गांधी जी भारत निर्माण में अपने आपको समर्पित किया । 27 सितंबर को कार्यक्रम के द्वितीय दिवस पर मिट्टी का खिलौने बनाना, बढ़ई गिरि में द्रोण पटेल प्रथम, विजय कुमार टंडन द्वितीय लेखराम में तृतीय स्थान प्राप्त किया । भूजल वर्षाजल संरक्षण में अंजली चौहान पीयूष, पूनम साहू ने शानदार चित्र चार्ट बनाकर क्रमश: प्रथम द्वितीय एवं तृतीय स्थान अर्जित किया । वनस्पति एवं हबेरेयिम विकास में में नंदकुमारी सिदार ने उत्कृष्ट प्रदर्शन किया । तृतीय दिवस पर बागवानी, वृक्षारोपण, पुशपालन, दुग्ध व्यवसाय पर पशुपालन विभाग से साहित्यकार बंधु राजेश्वर खरे द्वारा मार्गदर्शन दिया गया । उन्होंने कहा कि भारत के भविष्य में डी.एल.एड प्रशिक्षणार्थियों की अहम भूमिका है ।
गौधन संवर्धन पर जोर दिया गया । चतुर्थ दिवस पर उन्नत कृषक पुत्र डी.एल. प्रथम के छात्र द्रोहण पटेल द्वारा उन्नत खेती एवं आत्म स्वालबं पर विचार रखा गया । पंचम दिवस पर भित्ती चित्र, बर्तन बनाना, कुपोषण लोक गीतों पर कार्यक्रम हुआ । षष्टम दिवस पर स्वास्थ्य खेल एवं शारीरिक शिक्षा पर चर्चा हुई । समापन अवसर पर गंधी की 150वीं पर मुख्य वक्ता डा. बंधु राजेश्वर खरे ने कहा कि गांधी के जीवन पर जीना होगा, व्यसन, नशा, मुक्त भारत बनाना होगा । इस अवसर पर गांधी जी एवं पूर्व प्रधानमंत्री शास्त्री को स्मरण करते हुये सहायक प्राध्यापक एस.के. पांडेय, टेकराम सेन, विजय दुबे, कमलेश पांडेय ने भी विचार रखा।


