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अयोध्या के दीपोत्सव को सार्थक बनाने में जुटा अवध विश्वविद्यालय

राम की नगरी अयोध्या के दीपोत्सव में इस बार अवध विश्वविद्यालय पूरी निष्ठा से कार्यक्रम की तैयारी में लगा हुआ है। 6000 छात्र-छात्राएं और शिक्षक इस उत्सव को सार्थक बनाने में जुटे हुए हैं

अयोध्या के दीपोत्सव को सार्थक बनाने में जुटा अवध विश्वविद्यालय
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अयोध्या। राम की नगरी अयोध्या के दीपोत्सव में इस बार अवध विश्वविद्यालय पूरी निष्ठा से कार्यक्रम की तैयारी में लगा हुआ है। 6000 छात्र-छात्राएं और शिक्षक इस उत्सव को सार्थक बनाने में जुटे हुए हैं। जिम्मेदारी निभाने वाले छात्र-छात्राएं और शिक्षक शुक्रवार को निर्धारित स्थलों पर दीपक सजाने में जुटे देखे गए। इन दीपकों को शनिवार की शाम में जलाकर विश्वरिकार्ड बनाने की तैयारी है। अवध विश्वविद्यालय के छात्र-छात्राएं और शिक्षक, राम की पैड़ी से जुड़े 12 घाटों पर दीपक सजाने में जुटे हैं।

अवध विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो़ मनोज दीक्षित ने आईएएनएस को बताया, "हर बार की तरह इस बार भी अयोध्या दीपोत्सव का एक रिकार्ड बनेगा। इसमें छात्र-छात्राएं पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं। हमारे विवि के अलावा कई महाविद्यालय के लोग भी इसमें सहयोगी भूमिका में रहेंगे।"

इस बार के आयोजन में पिछली बार से दोगुने लोग, तकरीबन 6 हजार वालंटियर लगाए गए हैं, जिनके द्वारा निर्धारित 12 घाटों पर 4 लाख 25 हजार दीपक सजाए जा रहे हैं।

इन घाटों पर इतने दीपक :

लक्ष्मण घाट : 48,000, वैदेही घाट : 22,000, श्रीराम घाट : 30,000,

दशरथ घाट : 39,000, भरत घाट : 17,000, शत्रुघ्न घाट : 17,000

उमा-नागेश्वर-मांडवी घाट : 52,000, सुतकीर्ति घाट : 40,000, कैकेई घाट : 40,000, सुमित्रा घाट : 40,000, कौशल्या घाट : 40,000, उर्मिला घाट : 40,000।

राम की पैड़ी पर 551000 दिए जलाकर विश्व रिकार्ड बनाया जाएगा। इसके लिए लंबा वक्त चाहिए। यही वजह है कि सैकड़ों छात्र-छात्राएं दीपकों को व्यवस्थित तौर पर घाट पर सजा रहे हैं। बाकायदा एक चौकोना बनाया गया है, जिसमें 100 दीये रखे जाएंगे और घाट के दोनों तरफ दीये लगाए जा रहे हैं।


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