कचरा प्रबंधन को लेकर प्राधिकरण सख्त
कचरा प्रबंधन को लेकर प्राधिकरण सख्त है
नोएडा। कचरा प्रबंधन को लेकर प्राधिकरण सख्त है। शुक्रवार को प्राधिकरण अध्यक्ष ने कचरा प्रबंधन को लेकर पूरी जानकारी ली। परियोजना अभियंता व आला अधिकारियों के समक्ष कचरा प्रबंधन को लेकर बनाई गई योजना को डिजिटल प्रस्तुतीकरण किया गया।
चेयरमैन आलोक सिन्हा ने मामले में एक सप्ताह में पूरी कार्ययोजना तैयार कर शहर को कचरा मुक्त करने के निर्देश दिए। वहीं, विकासीय परियोजनाओं को लेकर सख्त रूख अख्तियार करते हुए स्पष्ट निर्देश दिए साथ ही फिजूल खर्ची पर लगाम व भष्ट्राचार को रोकने के लिए आला अधिकारियों को कहा गया। गौतरलब है कि शुक्रवार को चेयरमैन अलोक सिन्हा द्वारा शहर के विकासीय कार्यों की समीक्षा बैठक की गई।
इससे पहले प्राधिकरण में बैठकों का दौर जारी रहा। सुबह 10 बजे मुख्य कार्यपालक अधिकारी की अध्यक्षता में अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी व अन्य वरिष्ठ अधिकारियों की बैठक हुई। इसके बाद उद्योन विभाग व साफ-सफाई को लेकर समीक्षा बैठक की गई। देर शाम प्राधिकरण चेयरमैन ने सभी विभागों को लेकर बैठक की। जिसमे मुख्य समीक्षा मुख्यमंत्री के प्राथमिक उद्देश्य साफ-सफाई को प्राथमिकता दी गई। मौके पर मौजूद परियोजना अभियंता ने कचरा प्रबंधन को लेकर बनाई गई परियोजना को लेकर पूरी आख्या दी। साथ ही डिजिटल प्रजेंटेशन भी दिया गया।
इसमें डोर टू डोर कचरा उठाने, इसमें आने वाली लागत, ट्रांसपोटेशन से लेकर कचरा प्रबंधन स्थान तक ले जाने व उससे बनने वाली खाद तक के प्रयोग के बारे में जानकारी दी गई। जिसको लेकर चेयरमैन ने स्पष्ट कहा कि इस तकनीक को जल्द से जल्द शहर में लागू किया जाए। बताते चले कि प्राधिकरण ने कचरा प्रबंधन के लिए एक्सप्रेश ऑफ इंट्रेस्ट जारी कर दी है। मसलन जो भी कंपनी कचरा प्रबंधन के कार्य को करना चाहती है वह प्रस्तुतीकरण के साथ प्राधिकरण में अपना आवेदन कर सकती है। इसके अलावा दूसरा मुख्य कार्य पौधरोपण को लेक रहा। चेयरमैन ने प्राधिकरण के चार माह तक चलाए जाने वाले पौधरोपण अभियान की समीक्षा की। इस दौरान अधिकारियों ने जुलाई में लगाए गए पौधों व आगे के कार्यक्रम के बारे में जानकारी दी। बता दे चार महीने में प्राधिकरण को कुल 4 लाख पौधे लगाने है।


