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पोलिंग बूथ पर आकर्षक लकी ड्रा

भीषण गर्मी में चुनाव और पारा सातवें आसमान पर। लोकतंत्र की जिसे परवाह होगी

पोलिंग बूथ पर आकर्षक लकी ड्रा
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- सुधाकर आशावादी

आज के दौर में जब सड़कों पर नित्य ही कहीं न कहीं शर्बत की छबीलें लगी होती हैं, कहीं कचौड़ी के भंडारे चलते हैं तथा भीड़ लाइन में लगकर भंडारे का स्वाद चखती है। ऐसे में यदि चुनाव महोत्सव में भी एक समय का नाश्ता मतदाताओं को उपलब्ध कराया जाएगा, तब मतदान का प्रतिशत बढ़ने की संभावना भी बढ़ सकती है। वैसे भी प्रयोगधर्मी युग है। इस युग में मतदान के उपरांत सरकारी नाश्ता असरकारी कदम सिद्ध हो सकता है।

भीषण गर्मी में चुनाव और पारा सातवें आसमान पर। लोकतंत्र की जिसे परवाह होगी, वही तो पहले मतदान फिर जलपान की बात करेगा। बाक़ी लापरवाह लोग हर जगह रहते हैं, जो विचारते हैं कि उनके एक वोट से न किसी का भला होने वाला है न बुरा। वैसे भी जो सुविधाएँ मिलनी हैं वे तो मिलेंगी ही। कोई यह पूछकर सुविधाएँ थोड़े ही देता है कि सुविधाभोगी ने वोट दिया था भी या नही। लोकतंत्र के महापर्व को कितने लोग दायित्व दिवस मानते हैं और कितने छुट्टी का दिन , यह समझने समझाने का विषय नही हैं। कुछ लोगों की आदत ही सुख सुविधाओं में रहने की होती है, उनके लिए मतदान दिवस पिकनिक दिवस ही रहता है। कुछ घर में रहकर भी मतदान स्थल तक जाने से परहेज करते हैं। कुछ किसी पार्टी प्रत्याशी से प्रभावित नहीं होते, कुछ मतदान के प्रति उदासीन रहते हैं।

ऐसे लोगों को मतदान स्थल तक ले जाना टेढ़ी खीर होता है। उनके लिए चाहे कितने ही भाषण दो, चाहे जितना भी मुफ्त में राशन दो, सब बेकार रहता है। यदि मतदाता स्वयं ही जागरूक होता, तो मतदाता जागरूकता अभियान चलाने की आवश्यकता ही क्यों पड़ती ? स्कूली छात्र छात्राओं के हाथों में मतदाता जागरूक की पट्टिकाएं क्यों पकड़ाई जाती। उनसे सड़कों पर रैलियां क्यों निकलवाई जाती। सरकारी खर्चे पर गणतंत्र दिवस से एक दिन पहले मतदाता दिवस क्यों मनाया जाता?

सीधी सी बात है कि लोकतंत्र में सत्ता की सीढ़ी पर पहला कदम मतदाता की कृपा से ही रखा जाता है, जिसके लिए मतदाता की स्तुति की जाती है तथा 'तुम्हीं हो माता पिता तुम्ही हो , तुम्ही हो बंधु , सखा तुम्ही हो , तुम्ही हो साथी तुम्ही सहारे, कोई न अपना बिना तुम्हारे, तुम्ही हो नैया तुम्ही खिवैया' आरती गाकर मतदाता को लुभाने का प्रयास किया जाता है, फिर भी जरुरी नहीं, कि मतदाता मोगेम्बो खुश हुआ की तर्ज पर मतदान हेतु मतदान स्थल पर उपस्थित हो जाए। चुनावी काल में मतदाता अपनी अहमियत खूब समझता है,कि वातानुकूलित कक्षों में रहने वाले और वातानुकूलित वाहनों में घूमने वाले तभी तक उसके आगे पीछे घूम रहे हैं, जब तक कि वह मत का दान करके अंगुली पर विशेष स्याही का निशान नहीं लगवाता। ऊँगली पर स्याही लगते ही मतदाता की खैर खबर लेने का ड्रामा बंद हो जाता है। घरों से वोटर को मतदान स्थल तक ले जाने वाले कार्यकर्ता मतदाता को पहचानने से भी इंकार करने लगते हैं, कहने लगते हैं कि हम आपके हैं कौन।

फिर भी व्यवहारिकता में मतदाता को पोलिंग बूथ तक लाना और मतदान के लिए प्रेरित करना अनिवार्य होता ही है। मतदाताओं को प्रेरित करने के लिए विशिष्ट अभियान चलते तो हैं, मगर उनमें खानापूरी अधिक होती है। खाने और पीने की आपूर्ति अधिक होती है, पैसा भी खूब खर्च किया जाता है, मगर उसका सदुपयोग नहीं किया जाता। मतदाता और उसके परिवार के लिए मुफ्त राशन, चिकित्सा, शिक्षा सुविधाएँ तो हैं, मगर उनमें यह शर्त नहीं है, कि ये सारी सुविधाएँ मतदान करने के बदले में दी जाएंगी। जो मतदान नहीं करेगा, उससे मुफ्त में मिलने वाली सुविधाएं छीन ली जाएँगी। धन की बंदरबाट के लिए कहीं पिंक बूथ कहीं सेल्फी पाइंट तो बनवा देंगे, मगर यह नहीं कहेंगे, कि मनपसंद सरकार चुनने के लिए मतदाता का प्रथम दायित्व मतदान करना है। ऐसा भी तो किया जा सकता है कि मतदान स्थल पर भंडारे का आयोजन हो। पहले मतदान, फिर भंडारे का खान पान।

जो मतदान के प्रमाण को अपनी उंगली पर लगे निशान से दिखाएगा, वही नाश्ते का टोकन पाएगा। आज के दौर में जब सड़कों पर नित्य ही कहीं न कहीं शर्बत की छबीलें लगी होती हैं, कहीं कचौड़ी के भंडारे चलते हैं तथा भीड़ लाइन में लगकर भंडारे का स्वाद चखती है। ऐसे में यदि चुनाव महोत्सव में भी एक समय का नाश्ता मतदाताओं को उपलब्ध कराया जाएगा, तब मतदान का प्रतिशत बढ़ने की संभावना भी बढ़ सकती है।

वैसे भी प्रयोगधर्मी युग है। इस युग में मतदान के उपरांत सरकारी नाश्ता असरकारी कदम सिद्ध हो सकता है। यदि इससे भी बात न बने तो बूथ स्तर पर लकी ड्रा की व्यवस्था की जा सकती है, कि वोट देने वालों के नाम की पर्ची एक बक्से में डालते रहो और मतदान के उपरांत पर्चियों में से एक पर्ची निकालकर लकी मतदाता पुरस्कार दे दो । मतदान भी बढ़ चढ़ कर होगा, तो लोकतंत्र भी समृद्ध और मतदान भी भरपूर ।
ब्रह्मपुरी, मेरठ
मो. 9758341282


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